अबकी बार बदले हैं बोर्ड परीक्षा के नियम, छंट जाएंगे कई परीक्षा केन्द्र
UP बोर्ड की हाई स्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा की तैयारी
25 सितंबर को शुरू हो जाएगी केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया
बच्चों की हाजिरी से तय होगा परीक्षा केन्द्र
ऐसे केन्द्रों को खत्म करने की है तैयारी
चंदौली जिले में यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया 25 सितंबर से शुरू हो गई है। नकल विहीन परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण में सतर्कता बरती जा रही है। इस बार केंद्र निर्धारण की नियमावली में बदलाव किया गया है। शासन ने कड़ाई करते हुए ऐसे नये नियम बनाए हैं, जिससे कई स्कूल अपने आप छंट जाएंगे।
कहा जा रहा है कि हाईस्कूल व इंटर में पंजीकृत विद्यार्थियों की संख्या के सापेक्ष 20 प्रतिशत अनुपस्थिति होने पर उस स्कूल को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जाएगा। इसके अलावा प्रबंधकीय विवाद वाले विद्यालयों को केंद्र बनाने से शासन ने मना कर दिया है।
आपको बता दें कि जनपद में 248 माध्यमिक विद्यालय संचालित हैं। यहां 1.27 लाख छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। इनमें इस बार 60 हजार से अधिक विद्यार्थी हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा देंगे। केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया ऑनलाइन करनी होगी। 30 सितंबर तक सभी माध्यमिक स्कूलों को सूचनाएं विभाग की वेबसाइट पर अपलोड करनी थीं। केंद्र निर्धारण शासन की गाइड लाइन के अनुसार ही होगा।
प्रत्येक केंद्र पर कम से 250 और अधिकतम दो हजार परीक्षार्थी आवंटित किए जा सकते हैं। केंद्र बनाते समय यह देखा जाएगा कि एक परीक्षार्थी के लिए 20 वर्गफीट क्षेत्रफल होना चाहिए। इसी मानक के अनुसार परीक्षार्थियों का आवंटन किया जाएगा। पिछली बार 88 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इस बार परीक्षार्थियों की संख्या घट गई है। ऐसे में केंद्रों की संख्या भी अपने आप कम हो सकती है।
केंद्र निर्धारण के लिए भौतिक सत्यापन तेज
माध्यमिक शिक्षा विभाग ने बोर्ड परीक्षा के लिए विद्यालयों का भौतिक सत्यापन शुरू करा दिया है। विद्यालयों के सत्यापन के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। समिति 15 अक्टूबर तक विद्यालयों में उपलब्ध संसाधनों का सत्यापन कर अपनी रिपोर्ट विभाग को सौंपेगी। माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण का कार्यक्रम जारी कर दिया है। केंद्र निर्धारण के लिए विद्यालयों का सत्यापन कराया जा रहा। विद्यालयों के सत्यापन के लिए तहसीलवार चार सदस्यीय एक समिति का गठन किया गया है। टीम में एसडीएम अलावा तहसीलदार कई अन्य विभागों के एक्सपर्ट लगाए गए हैं।
स्कूलों में इनके अवलोकन समिति उपलब्ध संसाधन जैसे कैमरे, डीवीआर, वाइस बिजली बैकअप, स्ट्रांग का शौचालय और की जांच की जाएगी सत्यापन विभाग की ओर से रिपोर्ट भेजी जाएगी। सत्यापन के आधार पर ही परीक्षा किए जाएंगे।