नेशनल हाईवे पर भ्रामक बोर्ड लगाकर यात्रियों को परेशान कर रहे ठेकेदार, मस्त हैं जिम्मेदार अधिकारी
 

चंदौली जिले के नेशनल हाईवे पर लोगों के सुगमता के लिए जगह-जगह पर लोगों को लिंक रोड को बताने के लिए बड़े-बड़े बोर्ड लगाये गए हैं
 

गलत दिशा सूचक निशान लगाकर लोगों को किया जा रहा परेशान

ठेकेदार व अधिकारियों को नहीं है क्षेत्र की जानकारी

जिले का आला अफसर भी संवेदनहीन

भ्रम सूचक तरीके से लगे हैं बोर्ड के निशान 
 

चंदौली जिले के नेशनल हाईवे पर लोगों के सुगमता के लिए जगह-जगह पर लोगों को लिंक रोड को बताने के लिए बड़े-बड़े बोर्ड लगाये गए हैं, जिससे हाईवे पर चलने वाले लोगों को अपने गंतव्य तक जाने में सुविधा हो, लेकिन चंदौली जिले में हाईवे पर लगे बोर्ड से लोगों को सुविधा की जगह दिक्कतों का सामना न करना पड़ रहा है। इससे अंजान लोग गलत दिशा में चले जा रहा हैं।

बताया जा रहा है कि वहीं नेशनल हाईवे के ठेकेदारों एवं कर्मचारियों को क्षेत्र के बारे में सही जानकारी न होने के कारण भ्रामक दिशा सूचक निशान लगा दिया गया है, जिसके कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ तो लोगों जाना है चकिया तो पहुंच जाते हैं मुगलसराय।

 बता दें कि कोलकाता से दिल्ली जाने वाले नेशनल हाईवे पर यात्रियों के सुगमता के लिए जगह-जगह पर  नेशनल हाईवे से लिंक रोड जोड़ने तथा उसे क्षेत्र में जाने का मार्ग के नाम को लिखकर दिशा सूचक निशान बनाया गया है। लेकिन नेशनल हाईवे के ठेकेदारों को क्षेत्र के बारें में सही जानकारी न होने तथा नेशनल हाईवे के अधिकारियों द्वारा इन चीजों पर ध्यान न देने के कारण दिल्ली से कोलकाता जाने वाले यात्रियों को लोगों के लिए भ्रम पैदा करने का कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही क्षेत्र में जाने वाले लोगों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

 आप देख सकते हैं कि मुगलसराय और चकिया एक तरफ दिखाया जा रहा है, जबकि ये दोनों इलाके विपरीत दिशा में हैं, जिसके कारण चकिया जाने वाले व्यक्ति मुगलसराय व मुगलसराय जाने वाले चकिया की ओर चले जा रहे हैं। लोग मुगलसराय में चकिया को खोज रहे हैं और चकिया जाकर मुगलसराय पूछते नजर आए।

 वहीं कुछ दूर आगे चले तो जिन-जिन जगहों पर यह बोर्ड लगाया गया है उसका संकेत सूचक तीर जो बनाया गया है वह गलत बनाया गया है, जिसके कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा ही मामला सैयदराजा और भगवानपुर को लेकर देखा जा रहा है। दोनों जगह जाने के लिए एक ही दिशा में तीर बनाकर बताया गया है कि भगवानपुर व सैयदराजा दोनों एक तरफ है। ऐसे भ्रम सूचक तीर के माध्यम से लोगों को मुसीबत का सामना करना पा रहा है। 

अब देखना है कि ठेकेदार एवं कर्मचारियों द्वारा इस भ्रामक दिशा सूचक तीरों को सही करके कब से यात्रियों को सही जानकारी दी जाती है और इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा सही तरीके से चीजों को मानिटर किया जाता है।