रंग लाया धरना : सोमवार को 1 बजे टूटी पुलिया के बगल से बनेगा वैकल्पिक मार्ग, बजट आने पर पक्की पुलिया
 

आज सबेरे सकलडीहा अमड़ा वाया तुलसी आश्रम मार्ग पर क्षतिग्रस्त दो पुलिया की समस्या को लेकर पचखरी गांव के पास धरने पर बैठ गए थे।
 

रंग लाया मनोज सिंह W का धरना

सोमवार को टूटी पुलिया के बगल से बनेगा वैकल्पिक मार्ग

बजट आने पर पक्की पुलिया

चंदौली जिले की सकलडीहा तहसील के अधिकारियों के साथ-साथ लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक मनोज कुमार सिंह डब्लू के पचखरी गांव के पास धरनास्थल पर पहुंचकर टूटी पुलिया की मरम्मत के साथ-साथ एक वैकल्पिक मार्ग तैयार कराकर चार पहिया वाहनों के आने-जाने की व्यवस्था कराने की तैयारी शुरू कर दी है। धरना स्थल पर पहुंचे अधिकारियों ने पूर्व विधायक को इस बात का आश्वासन दिया कि वह सोमवार को दोपहर 1 बजे वैकल्पिक रास्ते का निर्माण कराने का काम शुरू करवा देंगे।

 इस मौके पर लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता समेत तहसील के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहेंगे, ताकि टूटी पुलिया की वजह से किसी भी प्रकार का यातायात बाधित ना रहे और वैकल्पिक रास्ते से लोग चार पहिया वाहन लेकर आ जा सकें। इसके साथ ही साथ शासन में भेजे गए प्रस्ताव की पैरवी करके जल्द से जल्द इस पुलिया की मरम्मत कराई जाएगी, ताकि आने वाले एक दो महीनों में मुख्य सड़क से लोग आवागमन कर सकें। इसी आश्वासन के बाद मनोज कुमार सिंह डब्लू ने धरनास्थल के आसपास के ग्रामीणों और पार्टी के कार्यकर्ताओं से अपील की कि वह सोमवार को 1 बजे अपने अपने गांव से एक एक नारियल लेकर आएं, ताकि उसे फोड़कर इस वैकल्पिक मार्ग के निर्माण कार्य का शुभारंभ कराया जा सके। कहा कि इस शुभ कार्य के शुरू होने से इस इलाके के लगभग 2 दर्जन से अधिक गांव के लोगों को आने जाने में राहत मिलेगी। 

मनोज कुमार सिंह डब्लू ने कहा कि सोमवार को 1 बजे वह खुद भी इस कार्य स्थल पर मौजूद रहेंगे, ताकि अधिकारी किसी भी प्रकार की बहानेबाजी न कर सकें और वैकल्पिक मार्ग बनाने का कार्य निर्धारित समय और तारीख पर जरूर शुरू हो जाए। मार्ग बाधित होने से आसपास के लोग कितनी परेशानी में है इसका दर्द सत्ता पक्ष के लोगों को नहीं मालूम है।

आप को बता दें कि आज सबेरे सकलडीहा अमड़ा वाया तुलसी आश्रम मार्ग पर क्षतिग्रस्त दो पुलिया की समस्या को लेकर पचखरी गांव के पास धरने पर बैठ गए थे। लोगों ने बताया कि पुलिया के किनारे की गई बैरिकेडिंग की वजह से तुलसी आश्रम, पचखरी, कवरूआ, श्रीरामपुर, दुबौलियां, कसवड़, चिल्हारी, बेटाडीह, मुड़कपुआ, गोरखां, मचवां, भरहुलियां जैसे कई गांवों के लोगों के लिए समस्या खड़ी हो रही है। इस समस्या को चुने हुए जनप्रतिनिधि व अधिकारी देखकर भी अनजान बने हुए थे।