देखिए वीडियो, नौगढ़ में वन विभाग कैसे तोड़ रहा है इंटरलॉकिंग सड़क, प्रधानों में आक्रोश
 

चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में वन विभाग ने मनरेगा योजना से बनाए गए इंटरलॉकिंग सड़क निर्माण को आरक्षित वन भूमि पर अवैध निर्माण बताते हुए तोड़ दिया है।
 

 नौगढ़ में वन विभाग कैसे तोड़ रहा है इंटरलॉकिंग सड़क

प्रधानों में आक्रोश

चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में वन विभाग ने मनरेगा योजना से बनाए गए इंटरलॉकिंग सड़क निर्माण को आरक्षित वन भूमि पर अवैध निर्माण बताते हुए तोड़ दिया है। इंटरलॉकिंग सड़क का  निर्माण कार्य कम्पोजिट विद्यालय पर बनाए गए बूथ तक आने-जाने  के लिए बनाया गया था। वही इस मामले को लेकर नौगढ़ इलाके के प्रधानों ने सोमवार को रोष व्यक्त करते हुए एसडीएम कार्यालय नौगढ़ पहुंचे, लेकिन कोई अधिकारी नहीं मिला। 


आपको बता दें कि ग्राम प्रधान शांति देवी के प्रतिनिधि रामाधार का आरोप है कि अधिकारियों के निर्देश पर मनरेगा योजना से  मुख्य मार्ग से मतदान केंद्र कंपोजिट विद्यालय बैरगाढ़ को जोड़ने हेतु इंटरलॉकिंग की सड़क का निर्माण कार्य कराया गया था। विद्यालय से सटे आस पास पक्का मकान और जमीनों पर खेती हो रहा है। सारी जमीन गांव सभा की है। गांव वालों के पास इससे संबंधित दस्तावेज मौजूद है इसके बावजूद वन विभाग ने कार्रवाई को अंजाम दिया। 


वन विभाग के मझगाई  रेंज के वन क्षेत्राधिकारी इमरान खान का कहना है कि हल्का वनरक्षक और वन दरोगा वीरेंद्र पांडे ने उन्हें रिपोर्ट दी थी कि जंगलात भूमि पर इंटरलॉकिंग सड़क का निर्माण कार्य किया गया है। बताया कि निर्माण शुरू होने के दौरान भी ग्राम प्रधान को चेतावनी भी जारी की गई थी जिसके बाद कार्रवाई को अंजाम दिया गया है।


डीएफओ रामनगर बोले


आरक्षित वन भूमि में पक्का निर्माण का कार्य गैरकानूनी है। अगर  ऐसा हुआ है तो ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव के विरुद्ध  भारतीय वन संरक्षण अधिनियम 1927 की धाराओं में निरुद्ध करते हुए कार्रवाई करेंगे।