तिरुपति बालाजी स्वीट्स की दुकान के मोहन भोग में निकाला कीड़ा, बंद हो गयी दुकानदार की बोलती

बालाजी स्वीट्स एवं रेस्टोरेंट की खुली पोल
यहां खाने-पीने का सामान ले रहे हैं तो हो जाएं सावधान
सोशल मीडिया में वायरल हो गयी है दुकान की हकीकत
देखिए क्या होती है दुकानदार पर कार्रवाई
चंदौली जिला के जिला मुख्यालय स्थित तिरुपति बालाजी मिष्ठान एवं रेस्टोरेंट में यदि आप कुछ खाने जा रहे हैं तो सबसे पहले वहां के मिठाइयों को चेक करके खाएं नहीं तो आप के भी मुंह में वैसी ही मिठाई मिलेगी, जिसमें गंदगी या कीड़ा भी हो सकता है। जिस मिठाई की तारीफ सुनकर आप खाते हैं तो उसमें कुछ और भी हो सकता है। जिले की सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो में खुद ही सच्चाई सामने आ जा रही है।
बता दें कि जिला मुख्यालय स्थित बालाजी मिष्ठान एवं रेस्टोरेंट की साफ-सफाई व खानपान की गुणवत्ता की सच्चाई उस समय वहां सामने आई जब वहां बैठे चार उपभोक्ता मोहन भोग खा रहे थे। जैसे ही मोहन भोग का दो चम्मच मुंह गया ही होगा त्यों ही मिठाई में एक जीवित कीड़ा रेंगता दिखा। मोहन भोग में कीड़ा निकलता देखकर मोहन भोग खा रहा उपभोक्ता दंग हो गया। जब उपभोक्ता ने मोहन भोग की सच्चाई रेस्टोरेंट संचालक सामने लाने की कोशिश की गयी तो वह अलग ही दलील देने लगा।
आप भी वीडियो में देख सकते हैं कि मिठाई की दुकान व रेस्टोरेंट संचालक द्वारा किस तरह की दलील दी जा रही है। कहा जा रहा है कि जब दुकानदार और रेस्टोरेंट संचालक ने अपने मिठाई मोहन भोग की इस कमी को सुनने से इनकार कर दिया तो उपभोक्ता ने तुरंत इस मिठाई के वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड कर इसकी सच्चाई सामने लाने की कोशिश की, ताकि लोगों को सावधान किया जा सके।
इस संबंध में रेस्टोरेंट संचालक बाला ने कहा कि मेरी जानकारी में नहीं है, सुनिए क्या कह रहे हैं बाला स्वीट एवं रेस्टोरेंट के संचालक...
इस संबंध में जिला खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि मामले की जांच कर विधिक कार्यवाही की जाएगी। ऐसी हरकत बर्दाश्त नहीं होगी।
अब देखना है कि इस मामले को खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा किस तरह डील किया जाता है या इस रेस्टोरेंट संचालक के खिलाफ कोई कार्यवाही की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा छोटे दुकानदारों पर तो छापेमारी का कार्य किया जाता है, लेकिन बड़े दुकानदारों के यहां जाने से घबराते हैं, क्योंकि कहीं ना कहीं इस विभाग के लोगों का ऐसे दुकानदारों से साठगांठ रहती है।