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योगी सरकार में नर्सिंग क्षेत्र की संभावनाओं पर डॉ धनंजय सिंह की चंदौली समाचार से खास बातचीत

उत्तर प्रदेश में नर्सिंग के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व प्रमुख सचिव आलोक कुमार की सराहना,  नर्सिंग चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा के लिए होने जा रहे हैं ये बड़े काम

 
 

उत्तर प्रदेश में नर्सिंग के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व प्रमुख सचिव आलोक कुमार की सराहना

नर्सिंग चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा के लिए होने जा रहे हैं ये बड़े काम


 उत्तर प्रदेश में नर्सिंग के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य होने जा रहे हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा नर्सिंग को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए उठाए गए कदमों की वजह से आज चिकित्सा शिक्षा और नर्सिंग के क्षेत्र में सराहनीय कार्य होने जा रहे हैं। इस बारे में यथार्थ नर्सिंग कॉलेज एंड पैरामेडिकल के इंस्टीट्यूट के प्रबंधक व उत्तर प्रदेश प्राइवेट नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कॉलेज एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ धनंजय सिंह ने चंदौली समाचार के साथ खास बातचीत की और प्रदेश सरकार उन्होंने कहा कि इस तरह की पहल के बारे में विस्तार के साथ चर्चा की। 

Nursing Sector Future

एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ धनंजय सिंह ने कहा कि सरकार के ताजा प्रयासों से उत्तर प्रदेश में नर्सिंग सेक्टर का तेजी से विकास होगा और इसका लाभ उत्तर प्रदेश के साथ-साथ अन्य राज्यों को भी मिलेगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 8 अक्टूबर को एक कार्यक्रम में शिरकत करते हुए नर्सिंग व चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों के बारे में बताया। उत्तर प्रदेश सरकार और प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा विभाग आलोक कुमार के द्वारा किए जा रहे सहयोगात्मक कदमों की जानकारी साझा की। 

सरकार की बड़ी मदद- बैंक गारंटी वापसी
 उत्तर प्रदेश सरकार और प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा विभाग आलोक कुमार की पहल से सबसे बड़ी पहल करते हुए  प्रदेशभर के सारे पैरा मेडिकल और नर्सिंग कॉलेजों की स्टेट मेडिकल फैकल्टी में जमा बैंक गारंटी को वापस करते हुए बड़ा फैसला लिया है। इससे उस पैसे का इस्तेमाल सभी नर्सिंग और पैरामेडिकल कॉलेज अपने यहां लाइब्रेरी, लैब और तमाम तरह के इंफ्रास्ट्रक्चर को बनाने में कर सकेंगे, जिसका लाभ आने वाले दिनों में प्रदेश की जनता के साथ साथ अन्य प्रदेशों के लोगों को भी मिलेगा।

कॉलेजों की ग्रेडिंग कराने का फैसला
 प्रदेश सरकार ने सारे नर्सिंग और पैरामेडिकल कॉलेजों की ग्रेडिंग कराने का फैसला किया है। इससे जो कॉलेज बेहतर चिकित्सा शिक्षा और सुविधाएं दे रहे हैं, वह उसे बरकरार रखने के लिए मेहनत करेंगे और जो नए यह अभी तेजी से आगे आ रहे हैं, वे और अच्छा काम करने के लिए प्रेरित होंगे। 

 नर्सिंग चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा 
 धनंजय सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार अब नर्सिंग क्षेत्र में लोगों का रुझान बढ़ाने के लिए और इसे अपना कैरियर बनाने के लिए प्रेरित करने की एक अनूठी पहल की है। सरकार ने कुछ कालेजों के साथ नर्सिंग चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक एमओयू साइन किया है, ताकि इन कॉलेजों के फैकल्टी मेंबर और इस विभाग से संबंधित लोग स्कूलों और कालेजों में जाकर नर्सिंग क्षेत्र में करियर बनाने के बारे में विस्तार से बताएं और बच्चों को इस क्षेत्र में करियर बनाने व इसके भविष्य के बारे में समझाएं। ये लोग अब स्कूलों और कालेजों में जाएंगे तथा वहां पर बच्चों को नर्सिंग व चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में अपना करियर बनाने के लिए प्रेरित करेंगे। साथ ही साथ इस क्षेत्र की संभावनाओं पर प्रकाश डालेंगे, ताकि बच्चे खुद इस दिशा में आगे बढ़ें और 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद नर्सिंग के क्षेत्र में अपना करियर बना सकें। यह एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें पढ़ाई करने के बाद कोई बेरोजगार नहीं रहता है। तत्काल उसे सरकारी या निजी क्षेत्र में नौकरी मिल ही जाती है।

आगे की योजनाएं
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व प्रमुख सचिव आलोक कुमार की सराहना करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में हुआ मुख्यमंत्री और प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा व पैरामेडिकल को बेहतर बनाने के लिए तमाम तरह की पहल की है।
डॉ. धनंजय सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में फिलहाल 900 से अधिक नर्सिंग के स्कूल और कॉलेज हैं, जो पैरामेडिकल के क्षेत्र में बच्चों को करियर बनाने के लिए तरह-तरह से शिक्षित और प्रशिक्षित करते हैं। प्रदेश में इस समय 12 हजार बीएससी नर्सिंग की सीटें हैं और 30 हजार जीएनएम, एएनएम तथा अन्य पैरामेडिकल स्टाफ तैयार करने की व्यवस्था है। इसे सरकार और भी आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है। सरकार की योजना है कि 23 नए नर्सिंग कॉलेज खोले जाएं। साथ ही साथ प्राइवेट सेक्टर के कॉलेजों में तमाम तरह की सुविधाएं विकसित कराई जाएं, जिससे वहां पर शिक्षा का स्तर बढ़े और शिक्षा की गुणवत्ता में भी आए। 

आलोक कुमार ने खुद ली है दिलचस्पी
 धनंजय सिंह ने कहा कि जब से आलोक कुमार ने प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा का कार्यभार संभाला है, उन्होंने इस क्षेत्र में काफी दिलचस्पी ली है। उन्होंने प्रदेश सरकार की चिकित्सा व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए तमाम तरह के सुझाव सरकार के सामने रखे हैं। फिलहाल उन्होंने मंडल स्तर और जिले स्तर पर दौरे करके चिकित्सा शिक्षा और नर्सिंग के क्षेत्र में काम करने वाली तमाम संस्थाओं में सुविधाओं को बढ़ाने पर अपना जोर दिया है। उन्होंने हर कालेजों में लैब, लाइब्रेरी और इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने पर जोर दिया है। बैंक गारंटी वापस कराकर इन्होंने मेडिकल और नर्सिंग कॉलेजों की एक बहुत बड़ी मदद की है। अगर सरकार इसी तरह से सपोर्ट करती रही तो वह दिन दूर नहीं है, जब हम नर्सिंग व पैरामेडिकल में अच्छे स्टाफ के लिए दक्षिणी क्षेत्र के राज्यों पर से अपनी निर्भरता खत्म कर पाएंगे। इससे उत्तर भारत में भी तमाम तरह के अच्छे नर्सिंग स्टाफ सेवा के लिए उपलब्ध होने लगेंगे।

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