अबकी बार 27 केन्द्रों पर नए स्टाइल में होगी गेहूं की खरीद, केंद्रों पर लगेगी पाश मशीन
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चंदौली जिले में होने वाली गेहूं खरीद में इस बार बिचौलियों की दखल नहीं चलेगी क्योंकि सरकार ने खरीद का तरीका ही बदल दिया है। बायोमेट्रिक सिस्टम से खरीद होगी। इसके लिए केंद्रों पर पाश मशीन लगेगी। इसे जीपीएस सिस्टम से जोड़ा जाएगा, ताकि अधिकारी मशीन की लोकेशन लेते रहें।
कहा जा रहा है कि इसके लिए परिवार में दो लोगों का पंजीकरण होगा। किसान के साथ ही उसके परिवार के एक और सदस्य का पंजीकरण किया जाएगा। गेहूं बेचने के लिए केंद्र पर इनमें से किसी एक का उपस्थित रहना जरूरी है। उनका अंगूठा पाश मशीन में मैच करेगा तभी अनाज की खरीद होगी।
आपको बता दें कि धान हो या गेहूं की खरीद अक्सर केंद्र प्रभारी, बिचौलियों की ओर से धांधली की शिकायतें आती हैं। कार्रवाई भी होती है, लेकिन गड़बड़ी रुक नहीं पाती। सरकार के खरीद के तरीके से कुछ हद तक रोक लगेगी।
ऐसे होगा किसानों का पंजीकरण
अब तक उसी किसान का पंजीकरण होता था जिसके नाम से खेत है। उसी को बिक्री के लिए अनाज समेत केंद्र पर आना पड़ता था। नई व्यवस्था में अब पंजीकरण के साथ अभिलेख तो वही लगेंगे जो पूर्व में लगते थे पर आधार कार्ड दो लोगों का लगेगा। इसमें किसान, उसका बेटा या भाई भी शामिल हो सकता है। किसान यदि केंद्र पर आने में असमर्थ है तो बेटे या भाई का पास मशीन में अंगूठा स्कैन होगा तभी खरीद हो सकेगी।
लोकेशन पर रहेगी पास मशीन
इस बार पास मशीन जीपीएस सिस्टम से लैस होगी। उसकी मॉनिटरिग कंट्रोल रूम और जिला खाद्य विपणन विभाग करेगा। कोई केंद्र प्रभारी पास मशीन को लेकर इधर-उधर भी गया तो गड़बड़ी पकड़ में आ जाएगी।
चंदौली में 27 केंद्र हो गए स्वीकृत
गेहूं खरीद के लिए जिले में 27 केंद्रों को स्वीकृति मिल गई है। इसमें विपणन व भारतीय खाद्य निगम के केंद्र ज्यादा हैं। चूंकि अप्रैल से गेहूं खरीद शुरू होगी। अप्रैल तक जिले में सभी स्थानों पर केंद्र खुल जाएंगे। सरकार ने इस बार गेहूं का खरीद मूल्य 1975 रुपये प्रति क्विटल निर्धारित किया है।
चंदौली के जिला खाद्य विपणन अधिकारी अनूप श्रीवास्तव का कहना है कि सरकार ने गेहूं की खरीद प्रक्रिया में बदलाव किया है। केंद्रों पर जीपीएस से लैस पास मशीन होने से गड़बड़ी पर रोक लगेगी।
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