बड़ी कार्रवाई : आवास योजना में घोटाला करने वाली पूर्व चकिया BDO सरिता सिंह सस्पेंड, 24 लाख की हेराफेरी
कर्मचारियों के साथ मिलकर गोलमाल करने का आरोप
आवास योजना में बड़े पैमाने पर गबन
अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने किया निलंबित
इसी क्रम में आपको बताते चलें कि चकिया की तत्कालीन खंड विकास अधिकारी सरिता सिंह द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण एवं मुख्यमंत्री आवास योजना में मनरेगा गाइडलाइंस के निर्धारित किसी भी प्रक्रिया का पालन न करते हुए मजदूरी की धनराशि को अन्यत्र खातों में स्थानांतरण करने कारनामा कर दिखाया गया है। वह शाहनवाज अहमद, कंप्यूटर ऑपरेटर मनरेगा, राजकुमार लेखाकार मनरेगा, अंजनी कुमार सोनकर लेखाकार एवं राजेश सिंह अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा के साथ सांठगांठ करते हुए संगठित तरीके से 24,76,991 रुपए की शासकीय धन राशि का गबन करने की दोषी पायी गयीं हैं।
आरोपों में कहा गया है कि उनके द्वारा अपने पद के दायित्वों का पालन न करते हुए अपने कर्तव्यों के प्रति घोर लापरवाही एवं अनुशासनहीनता बरसते हुए वित्तीय अनियमितता की गयी है। मामले में मुख्य रुप से खंड विकास अधिकारी सरिता सिंह दोषी पाई गई हैं। जिसके लिए प्रशासन के विरुद्ध उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक (अनुशासन एवं अपील) नियमावली 1999 के नियम- 7 के अंतर्गत अनुशासनिक कार्रवाई प्रस्तावित की गई है।
उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक (अनुशासन एवं अपील नियमावली) 1999 के नियम- 4 के अंतर्गत सरिता सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
निलंबन की अवधि में सरिता सिंह को नियमानुसार अनुमन्य चीजें प्राप्त होंगी। निलंबन की अवधि तक सरिता सिंह ग्राम विकास विभाग आयुक्त के कार्यालय से संबद्ध रहेंगी।
आपको बता दें कि चकिया से तबादले के बाद सरिता सिंह फिलहाल बरहनी ब्लाक में बीडीओ के पद पर काम कर रही थीं।
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