डीएफसीसी द्वारा गेट बंद किए जाने पर व्यापारियों ने किया प्रदर्शन, हल निकलने तक रोका गया काम
चंदौली जिले के सैयदराजा बाजार के कस्बे में रेलवे क्रासिंग 72 बी को बंद करने को लेकर शुक्रवार को क्षेत्रीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। लोगों ने पहले यहां फुटओवर ब्रिज बनाने की मांग की। चेतावनी दी कि बिना फुटओवर ब्रिज बनाए रेलवे क्रासिंग को बंद करने नहीं दिया जाएगा। लोगों के विरोध को देखते हुए रेलवे क्रासिंग बंद करने पहुंचे डीएफसीसी के अधिकारी बैरंग वापस लौट गए।
बताया जा रहा है कि गेट बंद करने के विरोध की सूचना मिलने पर भाजपा के अमित अग्रहरि भी मौके पर पहुंचे। डीएफसीसी के अधिकारियों से वार्ता कर 3 दिन तक मामले में पहल करने व व्यापारियों की नाराजगी दूर करने की बात कही गयी। जिससे डीएफसीसी के अधिकारी व कर्मचारी वहां से वापस हो गए।
बता दें कि सैयदराजा के मेन मार्केट के गेट के पास फुटओवर ब्रिज निर्माण होना था, लेकिन डीएफसीसी द्वारा उस फुटओवर ब्रिज को गायब कर दिया है। इसके अभाव में कस्बे के लोगों को लगभग 1:30 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर ओवरब्रिज से उस पार जाना पड़ेगा। इसी समस्या को देखते हुए लोगों ने कहा कि दोनों मार्केट के बीच केवल पुल से आवागमन मुश्किल होगा। पैदल आने जाने वाले लोगों के लिए बहुत कठिन कार्य होगा। वहीं सगड़ी और रिक्शा वालों की भी आफत आएगी। गेट बंद हो जाने के कारण उन्हें इस पुल पर चढ़कर जाना होगा जिसके लिए उन्हें दुगनी मेहनत करनी पड़ेगी।
इसके कारण इलाके के व्यापारी एवं क्षेत्र के रहने वाले लोगों ने इस गेट को बंद करने से पहले फुट ओवर ब्रिज की व्यवस्था दिए जाने की मांग की है और कहा है कि जब तक फुट ओवर ब्रिज नहीं बन जाता है, तब तक गेट बंद न किया जाय। इस दौरान भाजपा अमित अग्रहरि द्वारा मौके पर जाकर डीएफसीसी के अधिकारियों से वार्ता करके मामले का समाधान निकालने के लिए 3 दिन का समय मांगा गया, जिस पर डीएचसीसी के अधिकारियों ने 3 दिन का समय दिया कि ताकि अपने जनप्रतिनिधियों एवं अन्य लोगों से वार्ता कर इसका समाधान निकाला जाय।
इस मौके पर वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष व्यापार मंडल इजहार अंसारी, युवा उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष अंकित जयसवाल, रमेश केसरी, त्रिवेणी साव, रिंकू सेठ, मनोज केसरी, अलीम मास्टर, मनीष छोटक, सूरज कसौधन, संजय कश्यप, डॉक्टर रिंकू चौरसिया, विकास केसरी एवं अन्य व्यापारी गण उपस्थित थे।
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