अष्टम आयुर्वेद दिवस के मौके पर जागरुकता कार्यक्रम, मोटे अनाज व औषधीय पौधों पर चर्चा
जिला उद्यान विभाग व आयुर्वेद विभाग की पहल
मोटे अनाज व औषधीय पौधों पर दी जानकारी
आयुर्वेदिक औषधीय खेती को बढ़ावा देने की चर्चा
चंदौली जिले में अष्टम आयुर्वेद दिवस के मौके पर किसानों और पशुओं से संबंधित जानकारी देने के लिए ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया। इस दौरान जिला उद्यान विभाग ने मोटे अनाज व औषधीय गुण वाले पौधों से होने वाले लाभ, उनके बाजार में बिकने के अवसर, इनकी पैदावार इत्यादि के बारे में जानकारी साझा की।
8 नवंबर दिन बुधवार को अष्टम आयुर्वेद दिवस के उपलक्ष्य में किसानों और पशुओं के लिए आयुर्वेद विषय पर ग्राम चौपाल का आयोजन करके कई विषयों पर जानकारी दी गयी। इसमें किसानों को कृषि विभाग में संचालित मोटे अनाज से संबंधित योजनाओं के बारे में भी बताया गया। जिला उद्यान विभाग ने औषधीय गुण वाले पौधों से होने वाले लाभ, उनके बाजार में बिकने के अवसर, इनकी पैदावार इत्यादि के बारे में जानकारी साझा की।
क्षेत्रीय आयुर्वेदिक व यूनानी अधिकारी वाराणसी डॉ सरोज शंकर राम के मार्गदर्शन में राजकीय अयुर्वेदिक चिकित्सालयों के चिकित्साधिकारियों ने अपने ग्राम पंचायतों पर आयुर्वेद विषय पर किसानों से जानकारी साझा की तथा आयुर्वेदिक औषधीय खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया।
जागरूकता कार्यक्रम में डॉ श्याम सुंदर नीरज ने सरैया बसाडी चकिया में, डॉ दिनेश यादव ने भटवारा खुर्द में, डॉ सुनील चौधरी ने पपौरा में, डॉ बाल मुकुंद ने सिकंदरपुर में, डॉ कैलाश वर्मा ने मारूफपुर में वृहद कार्यक्रम आयोजित किया।
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