मुकदमा लिखकर पीड़ित की मदद करने के बजाय समझौता करने पर जोर डालती है चंदौली कोतवाली पुलिस
चंदौली जिले के जिलाधिकारी कार्यालय पर नाराज महिलाओं ने अपनी मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया और जमकर पुलिस विरोधी नारे लगाते हुए विरोध प्रदर्शन करती रहीं। जिला अधिकारी को बताने के बाद पीड़ित महिलाओं ने सारा मामला लेकर एसपी कार्यालय पहुंची।
बता दें कि सदर कोतवाली क्षेत्र के नरौजा रहने वाले विनोद राजभर को इसी गांव के रहने वाले राम अवतार यादव, ओम प्रकाश यादव तथा विकास यादव, पप्पू यादव सहित कुछ लोगों ने पुरानी रंजिश को लेकर उन्हें पीट-पीटकर लहूलुहान कर दिया। जब इस मामले को लेकर पीड़ित ने सदर कोतवाली पहुंचीं, तो उनको रोज टालमटोल किया जा रहा था। संबंधित लोगों के खिलाफ किसी प्रकार की कार्यवाही न किए जाने के कारण आज नाराज गांव की महिलाओं ने पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए डीएम कार्यालय जा धमकीं और वहां पुलिस प्रशासन हाय-हाय ,पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाकर जमकर विरोध किया।
इस नारे की आवाज जब जिलाधिकारी ईशा दुहन तक गई तो उन्होंने खुद पीड़ितों को बुलाकर सारे मामले को जाना और उन्हें एसपी से जाकर मिलने की बात कही। जिस पर पीड़ितों ने जिलाधिकारी के कहने पर एसपी से मिलकर सारे मामले को बताया और संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। तब जाकर मामला शांत हुआ।
बताया जा रहा था कि चुनाव की रंजिश को लेकर विनोद राजभर को इन्हीं के गांव के विकास यादव सहित अन्य लोग लाठी-डंडे से पीटकर 5 अक्टूबर को लहूलुहान कर दिया था। उन्हें बचाने जाने वाले लोगों को भी मारा पीटा। इस मामले की सूचना जब सदर कोतवाली पुलिस को दी गई। तो मौके पर पहुंची पुलिस मामले की लीपापोती में लग गई और पीड़ितों को न्याय दिलाने के बजाय सुलह समझौते की बात करने लगी । जिस पर आज पीड़ित लोगों ने डीएम कार्यालय का घेराव कर न्याय की मांग की। वहीं जिलाधिकारी की पहल दोषियों के खिलाफ कार्यवाई के लिए पुलिस अधीक्षक ने मातहत कर्मचारियों को निर्देशित किया।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*