चंदौली में ऐतिहासिक रही राष्ट्रीय लोक अदालत, 5177 मुकदमे निस्तारित
जानिए राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल मामले हुए निस्तारित, कितना लगा जुर्माना व कितना मिला मुआवजा
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के दिशा निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चंदौली के तत्वाधान में तहसील सदर सभागार में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प एवं दीप अर्पित कर जनपद न्यायाधीश एवं जिलाधिकारी सहित अन्य न्यायाधीशगण महोदय की उपस्थिति में राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ किया गया।
चंदौली जिले में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में आज कुल 5177 मुकदमों को निस्तारित किया गया है तथा जनपद न्यायालयों द्वारा 7,53, 940 रुपए अर्थ दंड वसूला तथा उत्तराधिकार प्रमाण की धनराशि के रूप में 64,46,341 रुपए का भुगतान कराया गया।
राष्ट्रीय लोक अदालत के इस आयोजन की जानकारी देते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव विभांशु सुधीर ने बताया कि चंदौली जनपद में आज राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया है, जिसमें जनपद चंदौली के समस्त न्यायाधीशों ने अपने-अपने न्यायालय से संबंधित मामलों का निस्तारण किया। समस्त न्यायालय एवं तहसील परिसर में स्थित न्यायालयों ने राष्ट्रीय लोक अदालत में शिरकत की। समस्त बैंकों द्वारा फिजिकल मोड में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया तथा मामले निस्तारित किए गए।
1. ज्योति कुमार त्रिपाठी, जनपद न्यायाधीश द्वारा कुल 5 वादों का निस्तारण किया गया।
2. नरेंद्र कुमार झा, पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण द्वारा कुल 16 वादों का निस्तारण किया गया और 79,4000 रुपए का प्रतिकर दिया गया।
3. राजीव कुमार पांडेय, प्रधान न्यायाधीश, द्वारा परिवार न्यायालय के कुल 43 वादों का निस्तारण किया गया तथा 8 जोड़ी एक साथ भेजते हुए समझौता राशि दिलवाई गई।
4. जगदीश प्रसाद, अपर न्यायाधीश द्वारा 111 वादों का निस्तारण कराया गया तथा ₹4500 जुर्माना वसूल किया गया।
5. अम्बर रावत, अपर जनपद विशेष न्यायाधीश एससी-एसटी के द्वारा कुल 22 क्रिमिनल वार्ड निस्तारित करके ₹9000 का जुर्माना वसूल किया गया।
6. मुन्ना प्रसाद, अपर जनपद न्यायाधीश तृतीय द्वारा एक सिविल वाद तथा 3 क्रिमिनल वाद निस्तारित करके 1500 रुपए का जुर्माना वसूल किया गया।
7. श्याम बाबू, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा 3674 वादों का निस्तारण करके 6, 28,000 जुर्माना वसूल किया गया है।
8. विभांशु सुधीर, सिविल जज सीनियर डिविजन के द्वारा कुल 42 वादों का निस्तारण करके 68,24,500 का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी किया गया तथा 38 ई चालान से जुर्माना वसूल किया गया।
9. पप्पू कुमार, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रेलवे द्वारा 470 वादों का निस्तारण करके 70,610 जुर्माना वसूल किया गया।
10. सुश्री अंबिका मेहरोत्रा, सिविल जज जूनियर डिविजन काराकुल 45 वादों का निस्तारण करके ₹4290 जुर्माना वसूला गया।
11. शिप्रा सिंह, न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा कुल 156 वादों का निस्तारण कर ₹11700 जुर्माना वसूल किया गया। 12. कुंवर सूर्यसेन सिंह, सिविल जज जूनियर डिविजन द्वारा फास्ट ट्रैक कोर्ट प्रथम द्वारा कुल 213 वादों का निस्तारण कर ₹5800 का जुर्माना वसूल किया गया।
13. शिरीष पटेल, सिविल जज जूनियर डिविजन चकिया 73 वादों का निस्तारण करते हुए 3 वादों में ₹21,841 का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी किया गया एवं 70 वादों का निस्तारण करके ₹20,080 का जुर्माना वसूल किया गया।
14. नरेंद्र कुमार यादव, अपर सिविल जज जूनियर डिविजन 45 वादों का निस्तारण किया गया और 14160 का जुर्माना वसूला गया।
15. श्रीमती स्नेहा सिंह सिविल जज जूनियर डिविजन फास्ट ट्रैक कोर्ट के द्वारा 16 सिविल वाद तथा 200 ई चालान का निस्तारण कर ₹2630 जुर्माना वसूल किया गया।
15. सभी बैंकों द्वारा कुल 431 ऋण खातों का निस्तारण कर 6 करोड़ 74 लाख 80 हजार का समझौता किया गया और एक करोड़ 33 लाख 18 हजार नगद वसूला गया।
16. इसके अलावा जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग द्वारा कुल 1 वाद का सुलह समझौते के द्वारा निस्तारण किया गया है। साथ ही समझौता राशि 61000 दिलवाई गई।
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