काम कराने के बाद मानदेय देना भूल जाते हैं अधिकारी, डीएम भी नहीं करते मदद
आशा कार्यकर्ताओं ने फिर से लगायी मदद की गुहार
सदर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर विरोध प्रदर्शन
चंदौली के जिलाधिकारी भी नहीं करते हैं कोई मदद
चंदौली जिले के सदर ब्लाक क्षेत्र के विभिन्न गांवों की आशा कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को सदर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर विरोध प्रदर्शन करते हुए अपनी समस्याओं को गिनाते हुए आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों का तीन साल से मानदेय नहीं दिया जा रहा है। इससे पहले कई बार नेताओं के साथ-साथ डीएम से भी मिलकर शिकायत दर्ज करायी गयी, लेकिन कोई आशाओं की सुध नहीं ले रहा है। इसीलिए बार-बार प्रदर्शन करके अपनी गुहार लगानी पड़ रही है। ऐसे में लोगों ने चेतावनी दी कि स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रमों का बहिष्कार करके हक की लड़ाई लड़ी जाएगी।
आप सभी को मालूम है कि देश भर की आशा कार्यकर्ताओं और आशा संगिनी को स्वास्थ्य विभाग के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का गांवों में सफल संचालन की जिम्मेदारी मिली है। लेकिन तीन साल से अब तक स्वास्थ्य विभाग के द्वारा फाइलेरिया सर्वे सहित कुल छह प्रकार के कार्यक्रमों को संचालित किया गया। जिसे सफल बनाने के बाद आशा कार्यकर्ताओं ने अधिकारियों को रिपोर्ट प्रस्तुत कर दिया। इसके बाद आशा कार्यकर्ताओं ने निर्धारित प्रोफार्मा पर मानदेय भरकर जमा कर दिया गया। जिसे स्वास्थ्य विभाग के लोगों के द्वारा पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है। परन्तु अफसरों की लापरवाही के चलते उनके मानदेय का भुगतान नहीं हो सका है।
डीएम भी नहीं करते मदद
धरना प्रदर्शन कर रहीं आशा कार्यकर्ताओं के सामने अपने परिवार को चलाने की आर्थिक संकट हो गया है। महिलाओं ने बताया कि मानदेय के भुगतान के लिए स्वास्थ्य विभाग के अफसरों और डीएम से मिलकर गुहार लगाया जा चुका है।परन्तु अभी तक कोई भी सकारात्मक पहल होती नहीं दिख रही है। ऐसे नाराज होकर लोगों ने फाइलेरिया सर्वे सहित अन्य कार्य ठप कर दिया है।
अब मानदेय मिलने के बाद ही सर्वे के कार्य को किया जाएगा। इस दौरान ऊषा किरण, नीतू देवी, नीरा देवी, सीमा चौहान, रेखा गोंड, केवला देवी, निर्मला देवी, तनुजा सिंह सहित अन्य आशा कार्यकर्ता मौजूद रही।
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