नहीं हुयी धान खरीद केन्द्रों पर बोहनी, दीपावली बाद खरीद शुरू होने की संभावना
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वैसे तो जिले को कृषि प्रधान जिले में शुमार किया जाता है और धान का कटोरा तक कहा जाता है लेकिन यहां अभी तक धान खरीद की बोहनी नहीं हुई है । पिछले 24 दिनों में कोई भी किसान धान बेचने के लिए नहीं आया । हालांकि जिले में पीसीएफ, विपणन शाखा, एनसीएफ, कर्मचारी कल्याण निगम, यूपी एग्रो समेत आधा दर्जन क्रय एजेंसियों ने 105 क्रय केंद्र खोल दिए हैं । लेकिन दीपावली के बाद धान खरीद शुरू होने की उम्मीद है।
चंदौली जिला प्रशासन ने इस बार 1.95 लाख एमटी (मीट्रिक टन) धान खरीद का लक्ष्य रखा है। शासन की मंशा के अनुरूप गत 15 अक्टूबर से ही क्रय केंद्र खोल दिए गए। अब तक 10 हजार से अधिक किसान क्रय केंद्र पर धान बेचने के लिए अपना ऑनलाइन पंजीकरण करा चुके हैं । लेकिन धान की कटाई शुरू न होने की वजह से अभी तक क्रय केंद्रों पर बोहनी नहीं हुई है । लोगों का कहना है कि दीपावली के बाद धान की कटाई शुरू होने पर क्रय केंद्रों पर अनाज पहुंचने की उम्मीद है । जरूरत के हिसाब से क्रय केंद्रों की संख्या बढ़ाई जा सकती है । विभाग इसकी तैयारी में लगे है । कोरोना से बचाव का भी इंतजाम किया गया है । किसानों को टोकन दिया जा रहा है । किसान निर्धारित तिथियों पर ही क्रय केंद्र पर जाएंगे । इससे भीड़ नहीं बढे़गी और संक्रमण का खतरा कम रहेगा।
अबकी बार पल्लेदारी का खर्च ,सरकार ने इस बार 1868 रुपये प्रति कुंटल समर्थन मूल्य तय किया है, लेकिन किसानों को 10 रुपये प्रति कुंटल के हिसाब से मिलने वाली पल्लेदारी में कटौती कर दी है । किसानों को अब इसका खर्च खुद वहन करना होगा । पहले यह पैसा किसानों के खाते में पहुंचता था । अब धान बेचने के 72 घंटे के अंदर किसानों के खाते में धनराशि पहुंच जाएगी ।
डिप्टी आरएमओ अनूप कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि जिले में धान खरीद के लिए 105 क्रय केंद्र खोले गए हैं । 15 अक्टूबर से प्रक्रिया शुरू है। हालांकि अभी तक कोई किसान धान बेचने के लिए क्रय केंद्र पर नहीं आया । अगर जरूरत बढ़ी तो खरीद के लिए क्रय केंद्र बढ़ाए जाएंगे ।
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