चंदौली जिले के जिला मुख्यालय स्थित ग्राम चकिया में किसानों का नील गायों के आतंक से बुरा हाल है किसानों की फसलों को नील गायों के द्वारा छती पहुंचाए जाने से किसान भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं।
इस संबंध में बताते चले जिला मुख्यालय स्थित करीब लगभग एक दर्जन गांव के किसानों का नील गायों के आतंक से भय व्याप्त हो गया है किसानों का कहना है कि नीलगाय इतनी ज्यादा संख्या में हमारे खेतों की फसलों को बर्बाद कर रहे हैं और जब किसान इनको भगाने के लिए जाते हैं तो किसानों पर यह नीलगाय आक्रमण भी कर देते हैं जिससे कई बार किसान घायल भी हो गए हैं।
वहीं पर जिला मुख्यालय के पीछे स्थित ग्रामसभा चकिया के किसानों का कहना है कि हम लोगों के यहां हरि और ताजी सब्जियां जिला मुख्यालय को जाती है इस समय आलम यह हो गया है कि हमारे द्वारा महंगी महंगी उगाई गई सब्जियों को नील गायों द्वारा नष्ट कर दिया जा रहा है जिससे किसानों का हाल बेहाल हो गया है वहीं पर कई किसानों का कहना है कि हम लोगों का जीव को पार्जन सब्जी उत्पादन ही है और इन नील गायों के द्वारा हमारी सब्जियों को बर्बाद कर दिया जा रहा है जिसके कारण हम लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं।
वहीं पर किसान सतीश मौर्य ने बताया कि पहले हम लोग 2 सालों से करोना काल से जूझ रहे आर्थिक तंगी से ऐसे ही परेशान हैं और उसी बीच में बढ़ गई नील गायों की संख्या के कारण पूरा इलाका भयभीत है।
बताते चलें कि जिला मुख्यालय स्थित लगभग एक दर्जन गांव में इन नील गायों का आतंक इतना व्याप्त है कि किसी भी फसल को नील गायों द्वारा बर्बाद कर दिया जाता है इनकी संख्या 30 से 35 की है जो कि एक साथ झुंड बनाकर किसी किसान के खेत में पहुंच जाते हैं और फसलों को चढ़ना शुरू कर देते हैं।
किसानों ने बताया कि इस संबंध में हम लोगों ने कई बार सीएम पोर्टल पर भी इसकी शिकायत की थी और जिला मुख्यालय के अधिकारियों को भी इस से अवगत कराया गया था परंतु अधिकारी बिना आए ही कागजी कार्रवाई कर चलते बने उन लोगों को किसानों की समस्या तो दिखती ही नहीं है और जो आते भी हैं वह कहते हैं कि यह हम लोगों का काम नहीं है कि वन विभाग का काम है ऐसे ही फॉर्मेलिटी करके यहां के अधिकारी चलते बनते हैं।
इस चंदौली समाचार के माध्यम से हम लोग जिलाधिकारी को अवगत कराना चाहते हैं कि हम किसानों की इस जटिल समस्या का समाधान जल्द नहीं किया जाएगा तो किसान भुखमरी के कारण मर जाएंगे।
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