चंदौली मुख्यालय पर मनाया गया ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन का स्थापना दिवस
ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के संस्थापक को किया याद
स्व. बाबू बालेश्वर लाल थे फाउंडर
8 अगस्त 1982 को बलिया में की थी स्थापना
चंदौली जिले के ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के संस्थापक व महानायक स्व. बाबू बालेश्वर लाल ग्रामीण अंचल के पत्रकारों को एक मंच पर लाने के लिए ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन का गठन 8 अगस्त 1982 को बलिया के गड़वार कस्बे में मात्र 7 पत्रकारों को लेकर जिला स्तर पर समिति बनाई थी। जिसके बाद से यह ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन पूरे राज्य में फैल गया है। हर साल इस दिन इसका स्थापना दिवस मनाया जाता है।
चंदौली जिला मुख्यालय पर वरिष्ठ पत्रकार प्रांतीय संरक्षक कालिदास ने ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन की स्थापना दिवस अवसर पर पत्रकारों के बीच कहीं इसके पूर्व की संस्थापक स्वर्गीय बालेश्वर लाल जी के तैल चित्र पर पुष्प अर्पण करते हुए उनको याद किया। साथ ही कहा कि ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन की स्थापना के बाद सर्वसम्मति से स्व. बालेश्वर लाल को अध्यक्ष मनोनीत किया गया था। वहीं उन्होंने 3 वर्ष के कठिन परिश्रम और तपस्या से पत्रकार एसोसिएशन को प्रदेश स्तर पर विस्तारित कर दिया।
साथ ही 1986 में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन को पंजीकृत करा दिया जो आज एक वटवृक्ष के रूप में खड़ा है। जिसकी छाया हम लोगों को मिल रही है। किंतु दुर्भाग्य की बात है की 27 मई 1987 को वे हम लोगों को छोड़कर स्वर्गवासी हो गए। स्व.बाबू बालेश्वर लाल एक अद्भुत व्यक्तित्व के धनी संघर्षशील सच्चे संगठन के नेतृत्व क्षमता वाले थे जो ग्रामीण पत्रकार जगत में उनका नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित है।आज हमारी जिम्मेदारी है की संस्थापक जी के आदर्शों तथा उनके दिखाए गए मार्ग पर चलकर संकल्प लिया जाए कि ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के मिशन को आगे बढ़ाते रहेंगे।
ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के चंदौली तहसील अध्यक्ष सुजीत कुमार ने कहा कि स्व. बालेश्वर जी पत्रकारिता के जगत में एक अनुकरणीय व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति थे। जिस कारण उनका नाम ग्रामीण पत्रकारिता जगत में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है।
कार्यक्रम में सुजीत कुमार, पवन पांडे, जय तिवारी, चंदन सिंह, अवनीश तिवारी, दिनेश यादव, फैजान अहमद, अजीत जायसवाल, रवि मिश्रा, ज्ञानेंद्र सिंह, संजीव पाठक आदि लोग मौजूद रहे।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*