चंदौली में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मनायी जा रही है जन्माष्टमी
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चन्दौली जिले में जन्माष्टमी के पर्व को दो दिन तक बड़ी धूमधाम से मनाने की परम्परा चली आयी है। यह परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है । एक दिन गृहस्थ की जन्माष्टमी और दूसरे दिन साधु संतों की जन्माष्टमी मनाई जाती है।
जन्माष्टमी का त्योहार मंदिरों के अलावा पुलिस थानों में भी बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। लड्डू गोपाल का जन्म बंदियों के बीच जेल में ही होने के कारण इस त्यौहार को थानों व जेल भी मनाने की परंपरा चली आई है।
उसी परंपरा के अनुसार चंदौली जनपद में हर क्षेत्रवार श्री कृष्ण जी का जन्मदिन मनाने की परंपरा है । कुछ स्थानों पर आज मनाई जा रही है । वहीं यह परंपरा है गृहस्थ अपने घरों व मंदिरों में सूर्य के उदया तिथि के अनुसार अष्टमी को मनाने की परंपरा के अनुसार बड़ी धूमधाम से मना रहे हैं। यह देखने को मिला कि रोहणी राशि भगवान कृष्ण की जन्माष्टमी को उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है ।
कोरोना के देखते हुए सोशल डिस्टेंस में सादगी रूप से इस त्यौहार को जिले में मनाया जा रहा है। जिला प्रशासन की गाइड लाइन के अनुसार मनाने का कार्य किया गया। वहीं मंदिरों में लोगों द्वारा झांकी व तरह-तरह सजावट इत्यादि के माध्यम से इस जन्म उत्सव को मनाने के कार्य किया जा रहा है।
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