डॉक्टरों के बेहतर इलाज व सेवा भाव से 42 मरीजों को मिला जीवन
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चंदौली जिले में एमसीएच विंग्स हॉस्पिटल को कोविड हॉस्पिटल बनाए जाने पर मरीजों को कुछ बेहतर सुविधा मिलने लगी है । जिससे मरीजों और उनके परिवार के लोगों में आशा की किरण भी दिखाई दे रही है । वहीं कार्यरत डॉक्टर और कर्मचारियों में भी इस इंप्रूवमेंट को लेकर अच्छा खासा उत्साह देखने को मिल रहा है।
बताते चलें कि जनपद में एमसीएच विंग्स हॉस्पिटल को कोविड हॉस्पिटल बनाए जाने के बाद इसमें अब तक जितने भी मरीजों को भर्ती किया गया है उनकी हालत अति गंभीर थी। जिसमें 2 से 4 मरीज ऐसे थे जिसका ऑक्सीजन लेवल 15 से 30 के बीच था, लेकिन उसके भी इंप्रूवमेंट से अब डॉक्टरों को एक आशा की किरण दिखाई देने लगी है। जिससे कुछ दिनों में यहाँ भर्ती मरीजों से में से 42 की हालत में सुधार होने के बाद घर वापसी से डॉक्टरों व कार्यरत कर्मचारियों के हौसले बुलंद की ओर जा रहे है । वहीं मरीजों की संख्या में भी कमी आती नजर आ रही है।
इस प्रगति की रीड के रूप में कार्य करने वाले मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर प्रवेश यादव, सुपरवाइजर पंकज कुमार एवं सियाराम इंचार्ज सिस्टर सुधा सिंह तथा अस्पताल प्रबंधन एवं चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर बनाने की भूमिका निभाने वाली इस टीम को जितनी भी तारीफ की जाए वह कम होगी।
इस संबंध में एडिशनल सीएमओ डॉक्टर एनके प्रसाद, जो कि कोविड हॉस्पिटल के नोडल अधिकारी हैं, ने बताया कि यह डॉक्टरों की टीम व मरीजों के धैर्य का रिजल्ट है, जिससे हॉस्पिटल में आए हुए सारे मरीजों को अपने परिवार का सदस्य मानकर इलाज किया जा रहा है। उनकी आवश्यकताओं को समझते हुए कर्मचारी उनका इलाज कर रहे है।
इस टीम में सम्मिलित डॉक्टर आशीष शुक्ला, डॉक्टर राजेश सहित अन्य कर्मचारी के अथक प्रयास का नतीजा है कि मरीजों का इलाज जनपद के अन्दर आसानी से हो जा रहा है और वह ठीक हो कर अपने घर जा रहे है । जो जिले के लिए एक मिसाल बनता जा रहा है।
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