जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

लॉकडाउन का दर्द : शव को मुखाग्नि नहीं दे पा रहे हैं बेटे व पोते

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show कोरोना संक्रमण की वजह से लोगों को तरह-तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लागू लॉक डाउन में लोगों को अपने माता-पिता या रिश्तेदारों का अंतिम दर्शन करना भी मुनासिब नही हो रहा है। कुछ ऐसा ही चंदौली जिले के नौली (सरस्वतीपुर) गांव में भी देखा गया जहां, गांव के एक बुजुर्ग की
 
लॉकडाउन का दर्द : शव को मुखाग्नि नहीं दे पा रहे हैं बेटे व पोते

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show

कोरोना संक्रमण की वजह से लोगों को तरह-तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लागू लॉक डाउन में लोगों को अपने माता-पिता या रिश्तेदारों का अंतिम दर्शन करना भी मुनासिब नही हो रहा है।

कुछ ऐसा ही चंदौली जिले के नौली (सरस्वतीपुर) गांव में भी देखा गया जहां, गांव के एक बुजुर्ग की मौत के बाद लॉकडाउन में फंसे बेटे व पोते घर तक नहीं पहुंच सके और पट्टीदारों ने शव का अंतिम संस्कार किया।

लॉकडाउन का दर्द : शव को मुखाग्नि नहीं दे पा रहे हैं बेटे व पोते

बताया जा रहा है कि सरस्वतीपुर (नौली) गांव निवासी किसान केशव तिवारी (75) पत्नी शारदा देवी के साथ रहते थे। केशव तिवारी का बड़ा बेटा श्याम शंकर नासिक में प्राइवेट कंपनी में काम करता है। छोटा बेटा चंदन उर्फ भैरव नोएडा में निजी कंपनी में है। पोता कृष्णकांत उर्फ भुआल कोलकाता में ट्रांसपोर्ट और दूसरा पोता धनंजय तिवारी पानीपत में निजी कंपनी में काम करते हैं।

किडनी रोग से लंबे समय से बीमार चल रहे केशव तिवारी का शनिवार की रात निधन हो गया। बेटे और पोतों को सूचना दी गई।  देश में लागू लॉकडाउन की वजह बेटे और पोते नहीं पहुंच सके ।

इसके बाद केशव के चचेरे भाई रामाश्रय के पुत्र पट्टीदार कृष्ण कुमार उर्फ गुड्डू तिवारी ने नौली गंगा घाट पर केशव के शव को मुखाग्नि दी। इस घटना के दो दिन बाद भी बेटे और पोते नहीं पहुंच सके।

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*