ऑनलाइन नहीं अब ऑफलाइन टोकन से होगी धान की खरीद, सरकार ने पलटा अपना फैसला
सरकार धान खरीद में पारदर्शिता लाने के लिए सोमवार से ऑनलाइन टोकन सिस्टम के माध्यम से खरीद करने का निर्णय लिया था। लेकिन धान का कटोरा कहे जाने वाले चंदौली जनपद के सीधे-साधे किसानों को यह सिस्टम पसंद नहीं आया। जिसके कारण किसान टोकन लेने के बावजूद भी केंद्रों पर धान बेचने के लिए परेशान दिखें।किसानों की परेशानियों को चंदौली समाचार ने प्रमुखता से चलाया था।
जिसका परिणाम है कि सरकार ने ऑनलाइन टोकन सिस्टम को तत्काल प्रभाव से रोकते हुए ऑफलाइन पूर्व की भांति खरीद करने का निर्णय लिया है।
आपको बता दें कि धान खरीद में बिचौलियों को खत्म करने के लिए सरकार नित नए व्यवस्था को डवलप कर रही है। लेकिन जहां धान खरीद केंद्र पर प्रतिदिन अधिकतम 300 से 600 कुंतल की खरीद की जा रही थी वही सोमवार को पहले दिन ऑनलाइन टोकन के जरिए 700 से 1400 सौ कुंतल खरीद करने के लिए टोकन जारी किए गए थे।
टोकन के अनुसार किसान रात से ही अपने धान को लेकर ट्रैक्टरों से केंद्र पर पहुंचे थे और खरीद नहीं होने के बाद केंद्र प्रभारियों से नोकझोंक कर बवाल भी कर रहे थे। सरकार ने इसको संज्ञान में लिया और तत्काल ऑनलाइन टोकन सिस्टम को बंद कर पूर्व की भांति खरीद करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के बाद किसानों में खुशी का माहौल है। इस संबंध में सकलडीहा तहसील क्षेत्र के ईएमओ रतन सेन ने बताया है कि आनलाइन टोकन सिस्टम से खरीद नहीं करने का मैसेज आ गया है।पूर्व की भांति ऑफलाइन टोकन नियमों के अनुसार खरीद की जाएगी।
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