जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

नसबंदी के बाद जमीन पर लिटाए जाते हैं बरहनी PHC पर मरीज, घर भेजने में भी ठेला-ठेली

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले में सरकार के लाख निर्देशों के बावजूद भी स्वास्थ्य केंद्रों पर लगने वाले नसबंदी कैंप में चिकित्सकों और चिकित्सा कर्मियों की लापरवाही कम नहीं हो रही है। सोमवार को चंदौली जिले के बरहनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर नसबंदी कैंप में नसबंदी के बाद बेड नहीं होने पर महिलाओं को खुले में फर्श पर
 
नसबंदी के बाद जमीन पर लिटाए जाते हैं बरहनी PHC पर मरीज, घर भेजने में भी ठेला-ठेली

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show

चंदौली जिले में सरकार के लाख निर्देशों के बावजूद भी स्वास्थ्य केंद्रों पर लगने वाले नसबंदी कैंप में चिकित्सकों और चिकित्सा कर्मियों की लापरवाही कम नहीं हो रही है। सोमवार को चंदौली जिले के बरहनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर नसबंदी कैंप में नसबंदी के बाद बेड नहीं होने पर महिलाओं को खुले में फर्श पर लेटा दिया गया।

बताया जा रहा है कि सोमवार को यहां फिर नसबंदी कैंप का आयोजन किया गया। शिविर में वाराणसी से आए डॉ. राकेश बहादुर के नेतृत्व में चिकित्सकों की टीम ने दूरबीन विधि से कुल 21 महिलाओं की नसबंदी की।

इसके बाद अस्पताल पर बेड की पर्याप्त व्यवस्था न होने के चलते नसबंदी के बाद महिलाओं को बाहर खुले में फर्श पर एक चादर बिछाकर लिटाया गया। महिलाओं के परिजन महेंद्र, प्यारे, सुरेश, संजय ने बताया कि बेड की व्यवस्था ना होने के कारण घर से लाए गए चादर पर महिलाओं को लिटाया गया। इसके साथ ही साथ सरकारी एंबुलेंस में एक साथ तीन-तीन महिलाओं व उनके तीमारदारों को घर पहुंचाया गया।

आपको याद होगा कि करीब एक साल पहले बरहनी पीएचसी पर नसबंदी कैंप में एक महिला की मौत के बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने सबक नहीं ली है।

इस संबंध में सीएमओ डॉ. आरके मिश्र ने कहा कि मामला संज्ञान में नहीं है। यदि ऐसा है तो जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी।

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*