पीआरडी के जवान कर रहे हैं योगी सरकार से मांग, कब मिलेगा न्याय
सरकार की दोहरी नीति से नाराज जवानों ने कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन
सौंपा पांच सूत्रीय ज्ञापन
पीआरडी जवानों ने होमगार्ड के बराबर मांगा भत्ता
चंदौली जनपद के पीआरडी जवानों ने पांच सूत्रीय मांग को लेकर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। जवानों ने शासन पर उदासीनता का आरोप लगाया। जवानों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। पत्रक में पीआरडी जवानों ने शासन से होमगार्डों के बराबर ड्यूटी भत्ता देने की मांग की।
इस दौरान वैजनाथ रस्तोगी ने कहा कि सरकार की दोहरी नीतियों के चलते पीआरडी जवानों को कई तरह की दिक्कतों का सामना पड़ रहा है। इससे पीआरडी जवानों में आक्रोश है। कहा कि पीआरडी का गठन 1948 में किया गया है। जबकि होमगार्ड आदि अन्य प्रादेशिक सुरक्षा संस्थाओं का गठन इसके बाद किया गया है। लेकिन सरकार की दोहरी नीतियों से पीआरडी बहुत पीछे रह गई है। पीआरडी जवान होमगार्ड के बराबर ही कार्य करते हैं। लेकिन उनके मुकाबले लगभग आधी ड्यूटी भत्ता दिया जाता है। जबकि न्यायालय ने प्रदेश सरकार को समान कार्य समान वेतन के सिद्धांतों का पालन करके पीआरडी जवानों को भी होमगार्ड के बराबर ड्यूटी भत्ता देने के लिए आदेश पारित किया है। आज तक सरकार ने आदेश का पालन नहीं किया।
इस दौरान अजीत यादव, संजय प्रताप सिंह, सुजीत कुमार, विजय सिंह, मुन्ना पासवान, जयप्रकाश भारती, प्रह्लाद, धनुषधारी मौर्य, चंद्रमा सिंह, राजकुमार, विनय सिंह, रमवंती देवी, चंद्रशेखर सिंह, रामलाल यादव, बाबूलाल, मीरा देवी, रामाश्रय यादव, विरेंद्र प्रसाद, रसीद अहमद, अरुण कुमार यादव, फूलमती देवी, रेखा देवी, अर्चना देवी उपस्थित रहे।
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