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ऐसा है चंदौली जिले में जन औषधि केंद्रों का हाल, खत्म होने की कगार पर सस्ती दवाओं की सुविधा

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली जिले के सरकारी अस्पताल में इलाज कराने जाने वाले मरीजों को महंगी दवाएं बाहर से न खरीदनी पड़े और आसानी से उन्हें अस्पताल में ही दवाएं उपलब्ध हो जाएं, इसके लिए चकिया और चंदौली जिला अस्पताल में जन औषधि केंद्र खोले गए हैं। ताकि मरीजों को जेनेरिक दवाएं उपलब्ध हो सकें, लेकिन अब वहां
 
ऐसा है चंदौली जिले में जन औषधि केंद्रों का हाल, खत्म होने की कगार पर सस्ती दवाओं की सुविधा

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चंदौली जिले के सरकारी अस्पताल में इलाज कराने जाने वाले मरीजों को महंगी दवाएं बाहर से न खरीदनी पड़े और आसानी से उन्हें अस्पताल में ही दवाएं उपलब्ध हो जाएं, इसके लिए चकिया और चंदौली जिला अस्पताल में जन औषधि केंद्र खोले गए हैं। ताकि मरीजों को जेनेरिक दवाएं उपलब्ध हो सकें, लेकिन अब वहां पर भी दवाओं का टोटा होने लगा है।

बताया जा रहा है कि अनलॉक के बाद अस्पतालों में आने वाले मरीजों को इन केंद्रों पर दवाएं नहीं मिलने से बाहर से महंगे दामों पर दवाई खरीदनी पड़ रही है। चंदौली और चकिया जिला अस्पताल में खुले प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र पर मरीजों को दवाओं की किल्लत से जूझना पड़ा रहा हैं।

ऐसा है चंदौली जिले में जन औषधि केंद्रों का हाल, खत्म होने की कगार पर सस्ती दवाओं की सुविधा

मरीजों के परिजनों का कहना है कि यहां पर दिल, दिमाग, शुगर, चर्म, मानसिक रोग के साथ ही कई जरूरी व उपयोगी जीवनरक्षक दवाएं खत्म हो चुकी हैं। चंदौली और चकिया जिला संयुक्त अस्पताल में इन केन्द्रों पर 60 फीसदी दवाएं उपलब्ध नहीं हैं। इसके कारण मरीजों को बाहर से महंगी दवाएं खरीदनी पड़ रही है। इससे मरीजों और तीमारदारों आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही है।

कहा जा रहा है कि मुख्यालय स्थित पंडित कमलापति त्रिपाठी संयुक्त जिला चिकित्सालय व चकिया के जिला अस्पताल में भी जन औषधि केन्द्र संचालित हैं। इन केंद्रों पर विभिन्न बीमारियों की 749 दवाएं उपलब्ध कराने का दावा था, लेकिन मौजूदा समय में केवल 281 दवाएं ही उपलब्ध हैं। इनका भी स्टॉक समाप्त होने वाला है। जबकि चकिया में अधिकांश दवाएं समाप्त हो चुकी हैं और जन औषधि केंद्र बंद होने के कगार पर है। लोगों को बाहर की दवा का सहारा लेना पड़ रहा है। कर्मचारी केंद्र खोल तो रहे हैं, लेकिन इसका फायदा किसी को नहीं मिल रहा।

आम लोगों में तो इस बात की चर्चा शुरू हो गयी है कि इन केन्द्रों के संचालक निजी कंपनियों की दवाएं बेचने लगे हैं। चंदौली जिला अस्पताल में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र के प्रभारी सतीश कुमार का कहना है कि कुछ दवाएं केंद्र पर उपलब्ध है। साथ ही दवाओं के लिए शासन को अवगत कराया गया है, जल्द ही मिलने की उम्मीद है।

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