समाजवादी सैनिक प्रकोष्ठ की मासिक बैठक में इन बातों पर चर्चा
किसी भी संस्था या संगठन को चलाने के लिए सभी लोगों का एकजुट होना अति आवश्यक है, क्योंकि संगठन में ही शक्ति होती है। बिना संगठन के कोई भी मजबूत नहीं बन सकता और संगठन में इतनी शक्ति होती है कि ना होने वाले काम को भी आसानी से करने में सक्षम होता है।
समाजवादी पार्टी सैनिक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष उपेंद्र फौजी ने अपने मासिक बैठक में ऐसा ही दावा करते हुए कहा है कि हमारे देश में अर्थव्यवस्था काफी कमजोर व महंगाई आसमान छू रही है, जिस पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है और ना ही इसके प्रति सरकार की कोई रुचि दिख रही है।
पार्टी के महासचिव श्याम सुन्दर कहते हैं कि सेना में संविदा पर भर्ती नहीं होनी चाहिए। सैनिक प्रकोष्ठ इसका बहिष्कार करता है। यह देश और जवान दोनों के हित में नहीं है। उससे देश को गुलाम बनने में देर नहीं लगेगी। संविदा का जवान लड़ाई नहीं लड़ सकता। मौका मिलते ही भाग खड़ा होगा। रेलवे में नियुक्ति बढ़ाने के बजाय पद को समाप्त और खाली किया जा रहा है। सेना के जवान को पदमुक्त होने के बाद राज्य या केन्द्र सरकार को अनिवार्य रूप से नौकरी देनी चाहिए।
इतने साल देश सेवा करने के बाद जवान का बेरोजगार बनकर इधर उधर भटकना ये भारत देश को शोभा नहीं देता। सरकार को बेरोजगारी व महंगाई को कम करना चाहिए। युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार देना चाहिए, ताकि देश से बेरोजगारी खत्म हो। युवा बढ़ेगा तो देश अपने आप बढ़ेगा।
इसके साथ साथ चंदौली में सैनिकों की कैन्टीन, सैनिक आराम गृह, ECSH पाली क्लीनिक कुछ भी नहीं है। ये सभी सुविधाएं जिले में जरूर होनी चाहिए। इसके लिए रणनीति बनाई जानी चाहिए और सरकार का ध्यान इन पर आकृष्ट किया जाना चाहिए।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष उपेन्द्र फौजी, महासचिव श्याम सुन्दर, कोषाध्यक्ष राम अवध सिंह, सलाहकार रामबली यादव, नामवर सिंह, सूर्य नाथ शर्मा, जिला उपाध्यक्ष राजकुमार कनौजिया, विस अध्यक्ष- राम नरेश पाल, विधानसभा अध्यक्ष मंगलदेव सिंह, जिला सचिव सुधाकर सिंह, हरवंश सिंह, बबलू , जिला कार्यकारिणी सदस्य राम लखन जी, श्याम सुन्दर जी, मूरेन्दर जी, केशव यादव , प्रेम कुमार, अजीत कनौजिया, देवानन्द जी, बजरंगी , आदेश जायसवाल, सन्तोष यादव, दीपक आदि मौजूद रहे।
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