चंदौली जिले में गैर जनपद से स्थानांतरित होकर आने वाले परिषदीय स्कूल के शिक्षकों को मंगलवार को स्कूल का आवंटन करते हुए यह उम्मीद जतायी गयी कि आने वाले दिनों में शिक्षा विभाग में कुछ सुधार दिखायी देगा। शिक्षकों की ओर से चुने गए विकल्प के अनुसार उन्हें स्कूल आवंटित कर दिया गया है। अब एक या दो शिक्षकों के सहारे चल रहे कई स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती होने से पठन-पाठन में सुधार होने की उम्मीद जगी है।
आपको बता दें कि गैरजनपदों से स्थानांतरित होकर जिले में 89 शिक्षक पिछले दिनों आए थे। उन्हें स्कूलों का आवंटन मंगलवार की सुबह 10 बजे मुख्यालय स्थित बीएसए कार्यालय पर किया गया।
सबसे पहले कर्मचारियों की टीम ने पहले शिक्षकों के अभिलेखों की जांच-पड़ताल की। जरूरी औपचारिकताएं पूरी की गईं। इसके बाद शिक्षकों को स्क्रीन पर स्कूलों के विकल्प दिखाए गए। शिक्षकों को मनपसंद व विभाग की जरूरत के हिसाब से विद्यालयों में नियुक्त किया गया।
आपको बता दें कि चंदौली जिले में कई विद्यालय ऐसे हैं, जो एक अथवा दो शिक्षकों के भरोसे चल रहे थे। ऐसे विद्यालयों में प्राथमिकता के आधार पर शिक्षकों को नियुक्त किया गया। इससे पठन-पाठन में सुधार होने की उम्मीद जग गई है। दरअसल, शासन ने पहले गैरजनपद स्थानांतरण की प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी। गैरजनपदों में नौकरी करने वाले शिक्षक काफी दिनों से गृह जनपद में तबादला की मांग कर रहे थे। शासन ने दोबारा गैरजनपद स्थानांतरण को हरी झंडी दे दी। गृह जनपद में नियुक्ति पाकर शिक्षकों के चेहरे पर खुशी दिखी।
इस बारे में बीएसए सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि शिक्षकों को काउंसिलिग के बाद स्कूलों का आवंटन किया गया। उनके बताए विकल्प के अनुसार ही स्कूलों में नियुक्ति दी गई। पूरी प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से संपन्न कराई गई।
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