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राजेंद्र बहादुर शिक्षण संस्थान के 4 अन्य वाहनों का भी फिटनेस, परमिट व बीमा नहीं है अपडेट

निरीक्षण के दौरान राजेंद्र बहादुर शिक्षण संस्थान में दुर्घटनाग्रस्त बस के अलावा चार अन्य वाहन भी संचालित किया जाना पाया गया। जिनका फिटनेस, परमिट, बीमा तथा प्रदूषण की वैधता समाप्त है।
 

खटारा व बिना पेपर की गाड़ियों से ढोए जा रहे थे बच्चे

सरकारी आदेशों का नहीं था कोई डर

स्कूल बस के पलटने के बाद खुल रही है स्कूलों की पोल

चंदौली जिले के बबुरी थाना क्षेत्र में बीते बुधवार को गोगहरा कम्हरिया गांव के राजेंद्र बहादुर शिक्षण संस्थान के बच्चों से भरी हुई स्कूल बस के पलटने के बाद हरकत में आए जिला प्रशासन ने स्कूल के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्यवाही करना शुरू कर दिया है।

आपको बता दें कि जहां बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त स्कूल बस का परमिट, बीमा व फिटनेस की वैधता समाप्त होने पर अधिकारियों ने स्कूल प्रबंधक व बस चालक के खिलाफ बबुरी थाने में प्राथमिक की दर्ज कराई, वहीं गुरुवार को जिलाधिकारी के निर्देश पर गठित तीन सदस्यीय कमेटी ने स्कूल में पहुंच कर विद्यालय के अन्य वाहनों के वैधता तथा वाहन सर्विस लाग बुक रजिस्टर, विद्यालय कार्मिक उपस्थित पंजिका का गहन निरीक्षण किया।

बताते चलें कि टीम में जिला विद्यालय निरीक्षक दल सिंगार यादव, वरिष्ठ सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी डा. सर्वेश गौतम व उप जिलाधिकारी, चकिया दिव्या ओझा शामिल हैं।

बता दें कि निरीक्षण के दौरान राजेंद्र बहादुर शिक्षण संस्थान में दुर्घटनाग्रस्त बस के अलावा चार अन्य वाहन भी संचालित किया जाना पाया गया। जिनका फिटनेस, परमिट, बीमा तथा प्रदूषण की वैधता समाप्त है। विद्यालय प्रबंधन द्वारा बच्चों के आवागमन के लिए प्रयोग किया जा रहा एक मैजिक वाहन के फिटनेस की वैधता 22 अप्रैल 2024 को, परमिट की वैधता 10 सितंबर 2019 को, बीमा की वैधता 17 अप्रैल 2023 को तथा प्रदूषण की वैधता 22 अक्टूबर 2022 को समाप्त हो गई थी।

दूसरे मैजिक वाहन की फिटनेस की वैधता 20 फरवरी 2023 को, परमिट की वैधता 11 सितंबर 2022 को तथा बीमा की वैधता 21 अप्रैल 2022 को समाप्त हो गई। तीसरा माल वाहक मैजिक वाहन जिसमें परिवर्तन करके उसे बच्चों के परिवहन के लिए प्रयोग किया जा रहा था।

दुर्घटनाग्रस्त बस में क्षमता से अधिक बच्चों का परिवहन

जिलाधिकारी चंदौली के आदेश पर गठित तीन सदस्यीय टीम द्वारा निरीक्षण के दौरान पाया गया कि बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए स्कूल बस में क्षमता से अधिक बच्चों को बैठा कर परिवहन किया जा रहा था। बस में 25 स्कूली बच्चों सहित दो शिक्षिकाएं बैठी थीं, जबकि उक्त बस में सीटिंग क्षमता केवल दस है। निरीक्षण टीम ने वाहन दुर्घटना रिपोर्ट में यह उल्लेखित किया है कि निरीक्षण के दौरान विद्यालय परिसर से चारों वाहनों को हटा दिया गया था। वाहन पंजिका में अंकित चालकों के मोबाइल नंबर पर बात करने की कोशिश किए जाने पर सभी चालकों के मोबाइल बंद मिले।

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