एक नेटवर्किंग कंपनी के खिलाफ मुगलसराय कोतवाली में मुकदमा दर्ज, 4 गिरफ्तार अभी एक फरार
चंदौली जिले की मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के चंधासी व नई बस्ती में एक नेटवर्किंग कंपनी के संचालकों द्वारा किशोर-किशोरियों को नौकरी देने का झांसा देने वाले पांच आरोपियों के खिलाफ मुगलसराय कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि एक आरोपी मौके से फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
कोतवाली क्षेत्र के चंधासी मोहल्ले में नेटवर्किंग कंपनी का कार्यालय है। इसमें बिहार झारखंड सहित कई प्रांतों के युवक व युवतियां काम करती है। सोमवार को उक्त कंपनी से भागकर झारखंड की रहने वाली एक किशोरी पीडीडीयू जंक्शन पर पहुंच गई। स्टेशन पर किशोरी को घूमते देखकर बचपन बचाओ आंदोलन के सदस्यों ने उससे पूछताछ शुरू कर दी।
इसके बाद किशोरी ने संस्था के सदस्य देशराज सिंह व आरपीएफ इंस्पेक्टर संजीव कुमार को बताया कि कंपनी वाले 15 हजार माह देने का लालच देकर बुलाये थे। वही साढ़े आठ हजार बंधपत्र माध्यम से लिया गया था, लेकिन 28 दिन बाद संदेह होने पर संस्था से भाग निकली। नेटवर्किंग कंपनी के लोग पूरा पैसा नहीं दे रही थी। उसने पुलिस को बताया कि नेटवर्किंग कंपनी में कई नाबालिग फंसे हैं।
इसकी जानकारी होने पर संस्था के सदस्य देशराज सिंह, आरपीएफ इंस्पेक्टर संजीव कुमार मय फोर्स व कोतवाल बृजेश चंद्र त्रिपाठी जवानों के साथ चंधासी व नई बस्ती में छापेमारी कर 34 नाबालिगों को पकड़ा। इसमें 22 किशोर व 12 किशोरी शामिल है।
कोतवाल ब्रजेश चंद्र तिवारी का कहना है कि किशोरी के बयान और संस्था की ओर से मिली तहरीर के आधार पर नेटवर्किंग कंपनी के पांच आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें चार आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। फरार चल रहे एक आरोपी की पुलिस तलाश कर रही है। उसे भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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