रेल टिकटों के काले कारोबार पर जल्द होगा बड़ा खुलासा, ऐसे हो रही है शातिरों से पूछताछ
रेलवे की वेबसाइट को हैक करके टिकटों का काला कारोबार करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद आईबी और आरपीएफ पुलिस आरोपियों को रिमांड पर लेकर इससे जुड़े पूरे सिंडिकेट का पता लगाने की कोशिश कर रही है, ताकि रेल टिकटों के कारोबार में शामिल पूरे रैकेट का भांडा फूट सके। फिलहाल जांच टीम इस मामले पर कुछ बोलने से बच रही है, लेकिन जांच पड़ताल काफी तेजी से जारी है।
रेलवे के आईआरसीटी का बेवसाइट को हैक कर हाईटेक सॉफ्टवेयर से ई-टिकट का कारोबार करने वाले आरोपित को रिमांड पर लेकर आईबी व आरपीएफ ने लगभग 12 घंटे तक कड़ी पूछताछ की है और कई सवालों के जवाब इकट्ठे किए हैं। पूछताछ के दौरान मिले कुछ नाम व मोबाइल नंबर की जांच की जा रही है।
मोहम्मद शहीम व इश्तियाक अहमद से पूछताछ
खुफिया विभाग से मिले इनपुट में अलीनगर थाना क्षेत्र के इस्लामपुर निवासी मोहम्मद शहीम का नाम आया था। काफी प्रयास के बाद 28 अगस्त को काली महाल स्थित जनसेवा केन्द्र पर आरपीएफ व सीआईबी टीम ने छापेमारी कर मोहम्मद शहीम व चाचा इश्तियाक अहमद को गिरफ्तार कर लिया। वही जनसेवा केन्द्र से लैपटॉप, प्रिंटर, मोबाइल आदि बरामद कर ई-टिकट का भंडाफोड़ किया था। वही लैपटॉप जांच के बाद कुछ चौकाने वाली जानकारी मिलने पर आरपीएफ ने गुरुवार को मुख्य आरोपित मोहम्मद शहीम को 12 घंटे का रिमांड पर लेकर पूछताछ किया। पूछताछ के दौरान मिले नामों व जानकारियों को गुप्त रखकर अपने मिशन पर आपीएफ काम कर रही है।
काफी पुराना है ई-टिकटों का खेल
आरपीएफ के गिरफ्त में आये हैकर हाईटेक सॉफ्टवेयर की मदद से पिछले तीन साल में लाखों रुपये का ई-टिकट बेच चुका है। हैकर 2019 में यूटयूब से लिंक के माध्यम से सॉफ्टवेयर खरीदा था। हाईटेक सॉफ्टवेयर के जरिए वह रेलवे के आईआरसीटी वेबसाइट को हैक कर देता था। इसके बाद निर्धारित ई-टिकट निकाल लेता था।
सूत्रों के अनुसार इस तरह के हाईटेक सॉफ्टवेयर से पूर्वांचल के कई दलाल ई-टिकट का कारोबार कर रहे हैं, जिसकी निगरानी आईबी से लेकर आरपीएफ कर रही है। जल्द की बड़ा खुलासा होने का अंदेशा है।
रेल मंडल के वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त आशीष कुमार मिश्रा का कहना है कि ई-टिकट के अवैध करोबार के खिलाफ जांच पड़ताल कराया जा रहा है, जल्द ही अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी की जाएगी। इसमें बड़े खुलासे की उम्मीद है।
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