यह है दीपावली पर पूजन की सही विधि व उचित मुहूर्त
tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस्या अर्थात दिवाली लक्ष्मी जी का प्राकट्य दिवस है। वह श्रीनारायण के साथ पृथ्वी पर आती हैं। उनके साथ उनका पूरा कुल होता है। यानी समस्त देवी, देवता, ग्रह, नक्षत्र। यही ऐसा पर्व है, जब त्रिदेवियां और त्रिदेव अपने कुल के साथ पृथ्वी पर आते हैं। सबसे अंत में महानिशाकाल में
Oct 27, 2019, 11:01 IST
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कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस्या अर्थात दिवाली लक्ष्मी जी का प्राकट्य दिवस है। वह श्रीनारायण के साथ पृथ्वी पर आती हैं। उनके साथ उनका पूरा कुल होता है। यानी समस्त देवी, देवता, ग्रह, नक्षत्र। यही ऐसा पर्व है, जब त्रिदेवियां और त्रिदेव अपने कुल के साथ पृथ्वी पर आते हैं। सबसे अंत में महानिशाकाल में काली कुल आता है। इसलिए इसको सबसे बड़े पर्व की संज्ञा दी गई है। पांच पर्वों की श्रृंखला का यह तीसरा पर्व है।
पूजा का मंत्र व सामग्री
महालक्ष्मी मंत्र: श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:॥
पूजन सामग्री : कलश, कुबेर, महालक्ष्मी व श्री गणेश की प्रतिमा, दक्षिणवर्ती शंख, कमलगट्टा, गोमतीचक्र व छोटा नारियल, श्री लक्ष्मी पादुका,श्रीयंत्र व पुस्तक पूजन ।
महालक्ष्मी होंगी ऐसे प्रसन्न : दूभि,ईत्र, हल्दी,कुमकुम, अक्षत एवं कमलगट्टा से पूजन करें ।
यह है शुभ मुहूर्त
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卐 दीपावली पूजन दोपहर 12:00 बज कर 25 मिनट से अमावस्या प्रारंभ है 卐
卐 दीपावली पूजन का सबसे पहला मुहूर्त 卐 दोपहर 01:00 बज कर 28 मिनट से 2:00 बज कर 52 मिनट तक चौघड़िया के अनुसार शुभ बेला है इसमें ही फैक्ट्री ऑफिस मशीनरी आदि का पूजन कर सकते हैं 卐
卐 दीपावली जलाने का शुभ मुहूर्त शाम 5:00 बज कर 40 मिनट से 7:00 बज कर 16 मिनट तक शुभ बेला है अच्छी है 卐
卐 द्वितीय मुहूर्त शाम 7:00 बज कर 16 मिनट से 8:00 बज कर 52 मिनट तक अमृतवेला है यह भी दीपावली के पूजन के लिए अधिक शुभ है 卐
卐 तृतीय मुहूर्त शाम 8:00 बज कर कर 52 मिनट से 10:00 बज कर 29 मिनट तक चौघड़िया के अनुसार चल मुहूर्त है यह भी शुभ है 卐
卐 इसके अतिरिक्त चौघड़िया मुहूर्त के अनुसार 10:29 से फिर कोई दीपावली पूजन का मुहूर्त नहीं है 卐
卐 वैसे तो दीपावली की संपूर्ण रात्रि ही पूजन अर्चन के लिये शुभ होती है 卐
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