भारत के हर हिस्से में मनाया जाता है मकर संक्रांति का त्योहार, इस दिन दान का है विशेष महत्व
मकर संक्रांति का त्योहार भारत के हर हिस्से में मनाया जाता है। यह पर्व बेहद खास है। इसे मनाने के लिए लोग काफी उत्साहित रहते हैं। कहा जाता है कि इस दिन से सभी शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाती है और ये साल का पहला त्योहार भी होता है।
भारत के हर हिस्से में मनाया जाता है मकर संक्रांति का त्योहार
इस दिन दान का है विशेष महत्व
मकर संक्रांति का त्योहार भारत के हर हिस्से में मनाया जाता है। यह पर्व बेहद खास है। इसे मनाने के लिए लोग काफी उत्साहित रहते हैं। कहा जाता है कि इस दिन से सभी शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाती है और ये साल का पहला त्योहार भी होता है।
हर साल मकर संक्रांति का त्योहार 14 जनवरी को मनाया जाता है, लेकिन इस बार इसकी तारीख को लेकर लोगों में कन्फ्यूजन है। इस बीच पंडित दुर्गेश ने मकर संक्रांति की सही तारीख और शुभ मुहूर्त के बारे में पूरी जानकारी दी है।
आइए जानते हैं 14 या 15 जनवरी में से किस तारीख को मकर संक्रांति मनाई जाएगी...
हर साल 14 जनवरी को मनाया जाने वाला पर्व मकर संक्रांति इस साल 15 जनवरी सोमवार के दिन मनाया जाएगा, क्योंकि इस दिन सूर्यदेव 2:54 सुबह पर धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसलिए इस बार 15 जनवरी को मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाएगा।
ये हैं शुभ मुहूर्त
- मकर संक्रांति पुण्य काल सुबह 7 बज कर 15 मिनट से लेकर शाम के 6 बज कर 21 मिनट तक होगा।
- वही मकर संक्रांति का महा पुण्य काल सुबह 6 बजकर 57 मिनट से लेकर सुबह 8 बजकर 43 मिनट तक रहेगा।
- वहीं, मकर संक्रांति का अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 54 मिनट से दोपहर 12 बजकर 37 मिनट तक रहेगा।
आपको बता दें, मकर संक्रांति के पर्व पर दान का विशेष महत्व होता है। कहा जाता है कि मकर संक्रांति पर यदि राशि अनुसार दान किया जाता है, तो उसके मिलने वाले फल का महत्व दोगुना हो जाता है। कहते हैं कि इस दिन दान करने से सारे कष्टों से मुक्ति मिलती है और जीवन में संपन्नता आती है।
मकर संक्रांति पर दान का है विशेष महत्व
हर साल हिन्दू पंचांग के अनुसार, पौष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मकर संक्रांति मनाई जाती है। इस दिन पवित्र स्नान और दान का बहुत अधिक महत्व हिंदू शास्त्रों में बताया गया है। वहीं, मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी खाना भी शुभ माना जाता है।
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