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गया ट्रैक डिपो में CBI का छापा: करोड़ों की रिश्वत और विभागीय अनियमितता उजागर

पीडीडीयू जंक्शन और डेहरी आनसोन के सोननगर के बाद अब मंगलवार की सुबह सीबीआई और रेलवे की विजिलेंस की संयुक्त टीम ने पं. दीनदयाल उपाध्याय मंडल के गया स्थित सेंट्रल ट्रैक डिपो में छापा मारकर जांच की।
 

पीडीडीयू, सोननगर के बाद अब गया में CBI की बड़ी कार्रवाई

सेंट्रल ट्रैक डिपो में छापेमारी से रेलवे महकमे में हड़कंप

एसएसई और खलासी को साथ ले गई CBI

फर्म से ली थी 7.92 करोड़ की रिश्वत

 

चंदौली जिले के पीडीडीयू जंक्शन और डेहरी आनसोन के सोननगर के बाद अब मंगलवार की सुबह सीबीआई और रेलवे की विजिलेंस की संयुक्त टीम ने पं. दीनदयाल उपाध्याय मंडल के गया स्थित सेंट्रल ट्रैक डिपो में छापा मारकर जांच की। जांच के बाद टीम वरीय सेक्शन इंजीनियर (एसएसई) और खलासी को अपने साथ ले गई। 

आपको बता दें कि बीते तीन मार्च की रात पीडीडीयू नगर के शाहकुटी में एक लॉन में छापा मारकर सीबीआई ने विभागीय पदोन्नति में पैसे के लेनदेन के मामले का खुलासा किया था। इस मामले में चार मार्च को दो अधिकारियों, कर्मचारियों और लोको पायलटों को गिरफ्तार किया था।

यह मामला अभी चल ही रहा है कि 25 अप्रैल को डेहरी ऑनसोन के सोनगर में छापा मारकर एक एसएसई और तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार कर सीबीआई पटना ले गई। इस दौरान एक ट्रक चोरी का सामान भी बरामद हुआ था।

इस मामले की चर्चा अभी चल ही रही थी कि सप्ताह भर के अंदर सीबीआई और रेलवे की विजिलेंस की संयुक्त टीम ने मंगलवार को डीडीयू मंडल के गया जंक्शन स्थित सेंट्रल ट्रैक डिपो में छापा मारकर जांच की। कार्रवाई के दौरान एसएसई आरडी चौधरी और खलासी पद पर कार्यरत राजेश से पूछताछ के बाद टीम उन्हें अपने साथ ले गई। सीबीआई के छापे से वहां खलबली मची रही।

रेलवे के सूत्रों ने बताया कि सीबीआई की टीम मंगलवार को सुबह करीब 11 बजे डिपो पहुंची और शाम छह बजे तक पूछताछ करती रही। इसके बाद दोनों को अपने साथ पटना ले गई। इस डिपो में पूर्व मध्य रेलवे के पांच मंडलों के लिए आवश्यक ट्रैक सामग्रियों की आपूर्ति का केंद्र है।

ऐसे में यहां किसी प्रकार की अनियमितता का असर व्यापक स्तर पर हो सकता है। सूत्रों का कहना है कि पिछले दिनों डेहरी आनसोन के सोननगर में छापे के बाद चोरी का माल बरामद करने के लिए डिपो पर छापा मारा गया।

बुधवार को दोनों को पटना की विशेष सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया। सुनवाई के बाद सीबीआई के विशेष जज-1 अविनाश कुमार ने दोनों आरोपितों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।


फर्म से ली थी 7.92 करोड़ की रिश्वत


गया स्थित सेंट्रल ट्रैक डिपो के स्टोर में विभिन्न फर्में रेलवे फिटिंग से संबंधित विभिन्न वस्तुओं और निर्माण सामग्री की आपूर्ति करती हैं। निजी फर्म और आपूर्तिकर्ता जो फिश प्लेट, नट-बोल्ट, एलसी फिटिंग की डिलीवरी देते हैं, उन्हें आपूर्ति की गई वस्तुओं की पावती रसीद के लिए मोटी कमीशन या रिश्वत देनी पड़ती है।

सूत्रों का कहना है कि सीनियर सेक्शन इंजीनियर आरडी चौधरी के निर्देश पर राजेश कुमार (खलासी) ने 7.92 करोड़ रुपये का कमीशन और रिश्वत विभिन्न आपूर्तिकर्ता व फर्म से प्राप्त किया है। इस बात की पुष्टि खलासी ने पूछताछ के दौरान भी की। यह या बैंक खातों में प्राप्त की गई थी।

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