रेलवे परिसर में जारी है बंदरों का आतंक, DRM साहब देखिए अपने कर्मचारी की हालत

बंदरों ने रेलकर्मी गोरखनाथ चौधरी पर किया हमला
दोनों हाथ, गर्दन, पीठ पर काटकर किया जख्मी
लगे है 20 टांके
चंदौली जिले के पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के साथ ही अब रेलवे कॉलोनियों में भी बंदरों का आतंक फैल रहा है। यूरोपियन कॉलोनी में शनिवार की शाम बंदरों ने रेलवे क्वार्टर में घुसकर रेलकर्मी गोरखनाथ चौधरी (40) को गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। आसपास के लोगों ने उन्हें मंडलीय अस्पताल में पहुंचाया। यहां उन्हें 20 टांके लगाए गए। बंदरों के आतंक से सहमे रेलकर्मी के परिवार के सदस्यों ने दूसरे क्वार्टर में शरण ली है।

आपको बता दें कि पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर पिछले पांच साल से बंदरों का आतंक है। 13 जनवरी से प्रयागराज महाकुंभ की शुरूआत हुई है। इसके बाद रेलवे स्टेशन पर भी यात्रियों की भीड़ बढ़ने लगी है। ऐसे में बंदर अब रेलवे कॉलोनी की ओर रुख करने लगे हैं। शनिवार को शाम को बंदरों का झुंड यूरोपियन कॉलोनी के क्राइस्ट द किंग चर्च के पीछे क्वार्टर नंबर 80 बी की छत पर पहुंच गया। बंदर छत से आंगन के रास्ते क्वार्टर में पहुंच गए। इस बीच रेल कर्मचारी गोरखनाथ चौधरी बंदरों को भगाने लगे। वे दरवाजा खोलकर जैसे ही आंगन में आए, बंदर उनके ऊपर टूट पड़े। बंदरों ने रेल कर्मचारी के दोनों हाथ, गर्दन, पीठ पर काटकर जख्मी कर दिया। बंदरों से बचने के चक्कर में गोरखनाथ जमीन पर गिर पड़े।
शोर सुनकर गोरखनाथ की पत्नी ने दौड़कर दरवाजा बंद किया। इसके बाद उनकी जान बच सकी। शोर सुनकर आसपास के लोग पहुंच गए और गोरखनाथ को अस्पताल पहुंचाया। पीड़ित ने बताया कि उन्हें अस्पताल में 20 टांके लगाए गए हैं।
इस संबंध में वरीय मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुधांशु रंजन ने कहा कि बंदरों के आतंक से लोगों को निजात दिलाने के लिए जिला प्रशासन को पत्र लिखा गया है। जल्दी ही बंदरों को भगाने के उपाय किए जाएंगे।
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