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फर्जीवाड़े का खेल : ऐसे तैयार करते थे फर्जी दस्तावेज, सरकार को लगाते थे, 3 शातिर अरेस्ट

 

 चंदौली जिले के पुलिस अधीक्षक अमित कुमार के निर्देशन में जिले की पुलिस हर दिन कोई न कोई बड़ा खुलासा कर रही है। अपराधियों की गिरफ्तारी के संबंध में दिए गए निर्देशों के अनुपालन में अलीनगर पुलिस ने फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले शातिर गैंग का पर्दाफाश किया है।

अलीनगर थाने के प्रभारी निरीक्षक अलीनगर संतोष कुमार सिंह के नेतृत्व में चलाए जा रहे अभियान के दौरान अलीनगर पुलिस को मुखबिर की सूचना मिली कि चंदौली जिले में फर्जी दस्तावेजों को तैयार करने का एक गैंग काम करता है। इसी सूचना पर सैयदराजा थाने के बरठी ग्राम स्थित बरठी द्वार के पास से तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया हैं। 

बताया जा रहा है कि इनके पास से पुलिस ने तीन लैपटॉप, तीन की-बोर्ड, दो माउस, तीन प्रिंटर, सहित कंप्यूटर के अन्य सामान व कूटरचित दस्तावेजों में 7 डीएल, 7 खाली प्रमाण पत्र व 34 ई चालान, 1 सिड्यूल सी बुक, एक अभिवहन पास बुक, कूटरचित 4 मोहरें, 2 इंक पैड, 4 मोबाइल फोन, फर्जी दस्तावेजों की बिक्री से कमाए हुए 6500 रुपए नगद बरामद हुए हैं।


वर्तमान में पकड़े गए सभी लोग आपस में मिलकर विभिन्न माध्यम से बिहार प्रांत की तरफ से लकड़ी व कोयला लाद कर उत्तर प्रदेश में आने वाली गाड़ियों का फर्जी अभिवहन वाहन पास इत्यादि बनाकर ट्रक चालकों को दे देते हैं, जिसमें हेराफेरी करके हम लोगों के द्वारा लगभग 1750 रुपए में फर्जी डीएल बना कर देते हैं तथा उससे जो पैसा मिलता है उसे आपस में बांट लेते हैं। 

इसके साथ साथ ई चालान को कूट रचना द्वारा कंप्यूटर में उसका तिथि वह नंबर बदलकर प्रिंट निकाल कर व्हाट्सएप के माध्यम से वाहन चालकों को भेजते हैं, जिसका प्रति चला हमें 300 प्राप्त हो जाते हैं। 


 पूछताछ में अभियुक्त गुरफान ने बताया कि 2019 में थाना मुगलसराय से अष्टधातु के शंख को चोरी कर बिक्री करने की फिराक में था। इस दौरान अपने साथियों के साथ गिरफ्तार होकर जेल चला गया था। 

पकड़े हुए अभियुक्तों में गुफरान खाँ, पवन कुमार व इरफान शाह बताए जाते हैं, जिन पर पुलिस संबंधित धारा लगाते हुए अग्रिम कार्रवाई करने में जुट गई है।

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