नौगढ़ में बढ़ा डायरिया का खतरा, एक ही परिवार के 11 लोग संक्रमित
मरीजों को रात में उल्टी दस्त हुए शुरू
गंभीर रूप से बीमार लोगों का सोनभद्र में चल रहा है इलाज
चंदौली जिले की नौगढ़ तहसील नौगढ़ में संक्रमित पानी के सेवन से डायरिया का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। स्वास्थ्य विभाग की चेतावनी का गांव के लोगों पर कोई असर नहीं है।
नौगढ थाना क्षेत्र के बाघी गांव में सोमवार की रात में डायरिया की चपेट में आने से एक ही परिवार के ग्यारह लोग बीमार हो गए। इसके बाद परिजनों ने उनको स्थानीय स्तर पर उपचार कराया, लेकिन हालत में सुधार नहीं होने पर बेहतर उपचार के लिए उन्हें जिला हॉस्पिटल लोढ़ी सोनभद्र में भर्ती कराया है।
बताया जा रहा है कि बाघी गांव निवासी स्व. ओमप्रकाश केशरी के परिवार के 11 लोग डायरिया की चपेट में आ गए हैं। रात का खाना खाने के बाद घर के लोग अपने अपने कमरों में सो गए। कुछ ही देर बाद लोगों को उल्टी-दस्त शुरु हो गई। इसमें उनकी पत्नी राधिका देवी (55), विकास (34), अर्पित (6), डुग्गू (3) साल उल्टी दस्त के दौरान अचेत हो गए। रात में ही इन्हें सीएचसी नौगढ़ में भर्ती कराया गया, लेकिन हालत में सुधार नहीं होने पर जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया। लेकिन परिजनों ने लोढ़ी सोनभद्र में भर्ती कराया है।
घर में अन्य सदस्य रुकमीना देवी (36), ममता देवी (32), (रागिनी) (14), नंदिनी (12), सत्यम (10), मोनी (8), महिमा (6) को कई बार उल्टी दस्त होने पर परिजनों ने पहले बस्ती में ही उपचार कराया, लेकिन राहत नहीं मिलने पर परिजन बेहतर उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लेकर आए। जहां पर उपचार हुआ।
मंगलवार को डॉ शशि भूषण व अन्य चिकित्सा कर्मियों ने प्रभावित परिवार के घर जाकर स्वास्थ्य परीक्षण के बाद जरूरी दवाइयां दी और पानी उबालकर पीने तथा ताजा भोजन करने की सलाह दी। मेडिकल टीम ने घर के अंदर और बाहर छिड़काव के लिए ब्लीचिंग पाउडर का पैकेट भी दिया है।
इस बारे में चिकित्सा अधीक्षक डॉ अवधेश पटेल ने कहा कि सभी का घर में खाना खाने के बाद हालत बिगड़ी है। ऐसे में लोग अनुमान लगा रहे हैं कि दूषित पानी के प्रयोग से लोग डायरिया की चपेट में आ गए हैं। प्रभावित परिवार के घर मेडिकल टीम के द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण के बाद मेडिसिन का पैकेट दिया गया है।
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