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अब नौगढ़ व चकिया इलाके में दिखने लगी है माफियाओं की हनक, बैकफुट पर आने को मजबूर हो गयी पुलिस व वन विभाग की टीम

चंदौली जिले के चकिया इलाके में संज्ञान में आए ताजा मामले में खनन माफिया काशी वन्य जीव की तीन दर्जन से अधिक प्रतिबंधित पहाड़ियों पर पांव जमाते देखे जा रहे हैं।
 

क्यों फेल हो जाती है माफियाओं के खिलाफ वन विभाग की मुहिम

हर दिन ढ़ोए जाते हैं पत्थर व जंगल के अन्य कीमती सामान

छापा मारने गए तो बैकफुट पर 

 

चंदौली जिले के चकिया इलाके में संज्ञान में आए ताजा मामले में खनन माफिया काशी वन्य जीव की तीन दर्जन से अधिक प्रतिबंधित पहाड़ियों पर पांव जमाते देखे जा रहे हैं। इसी के कारण मंगलवार की देर शाम कोतवाली क्षेत्र के उचेहरा गांव के पास पुलिस व वन विभाग की संयुक्त टीम के सामने खनन माफिया व इनसे जुड़े लोग चट्टान की तरह खड़े हो गए और बवाल पर आमादा हो गए। खनन माफियाओं की ओर से महिलाओं ने जमकर पथराव किया। इससे कोतवाली पुलिस वाहन का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया तथा कार्रवाई को गई टीम को बैंरग लौटना पड़ा।


जानकारी के अनुसार सूचना मिलने पर पुलिस व वन विभाग की संयुक्त टीम शाम को उचेहरा गांव पहुंची थी । वहां अवैध पत्थर ढोका से लदे ट्रक को टीम ने रोक दिया। यह देख खनन माफिया व उनसे जोड़ लोग लाठी-डंडे से लैस होकर सैकड़ों की तादाद पर सड़क पर उतर आए और हंगामा मचाते हुए अवैध पत्थर रहे ट्रक को मुक्त करने की मांग करने लगे। पुलिस व वन विभाग की टीम ने हल्का बल प्रयोग करना चाहा तो खनन माफिया की ओर से महिलाएं मुखर हो गई और पथराव करने लगी। पथराव से कोतवाली पुलिस वाहन का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया।


 हालात गंभीर देख पुलिस व वन विभाग की टीम बैकफुट पर आ गई और मौके से खिसकना ही मुनासिब समझा। प्रभागीय वनाधिकारी दिनेश सिंह ने टीम को आश्वस्त किया है कि जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक व ज्वाइंट मजिस्ट्रेट से मिलकर खनन माफियाओं के खिलाफ व्यापक स्तर पर अभियान चलाया जाएगा।  

बता दें कि चंद्रप्रभा वन क्षेत्राधिकारी बृजेश दुबे व उप वनक्षेत्राधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने एक दिन पूर्व अपनी टीम के साथ खनन माफियाओं के माद में घुसकर अलीपुर भगड़ा गांव के पास से अवैध पत्थर लदी ट्रैक्टर ट्राली को पकड़ने में सफलता हासिल की थी। साथ ही अभियान चलाकर गनेशपुर में संचालित हो रहे अवैध खदान पर दबिश देकर पत्थर तोड़ने के उपकरण बरामद करते हुए बनी बनाई पटिया व पत्थर के अन्य सामान नष्ट करने करने की कार्रवाई की थी। इससे माफिया व इनसे जुड़े लोगों में आक्रोश पहले से मौजूद था। 


इस दौरान पुलिस टीम में कोतवाल राजेश यादव, रामपुर चौकी प्रभारी सत्येंद्र राय, शिकारगंज चौकी प्रभारी, वन क्षेत्राधिकारी बृजेश पांडेय संग अन्य विभागीय कर्मचारी शामिल थे।

अवैध खनन व वन संपदा के अवैध तरीके से व्यापार का मामला चंदौली जिले के नौगढ़ व चकिया इलाके में जोरशोर से होता रहता है। इक्का दुक्का कार्रवाइयों से इनके उपर कोई फर्क नहीं पड़ता है। दो-चार दिन पर मामला शांत होते ही माफिया फिर सक्रिय हो जाते हैं। वन विभाग के कुछ लोग इस खेल में शामिल बताए जाते हैं। अगर इमानदारी से चेकिंग हो और जंगल का एक भी सामान सड़क के रास्ते बाहर न जाए तो माफियाओं की कमर टूट जाएगी, लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा है।

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