हिंसा के खिलाफ आवाज उठाने को आगे आएं महिलाएं, 16 दिवसीय अभियान का समापन
जेंडर आधारित हिंसा के खिलाफ चल रहा था
16 दिवसीय अभियान का हुआ समापन
जेंडर आधारित हिंसा शारीरिक पर चर्चा
चंदौली जिले के नौगढ़ इलाके में ग्राम्या एवं सहयोग तथा क्रिया संस्था के तत्वाधान में जेंडर आधारित हिंसा के खिलाफ 16 दिवसीय अभियान का समापन बुधवार को सम्पन्न हुआ। विकास खंड नौगढ़ के सभागार में आयोजित गोष्ठी में हिंसा के खिलाफ आवाज उठाने हेतु अतिथियों ने चर्चा किया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि तहसीलदार राहुल सिंह ने कहा कि जेंडर आधारित हिंसा शारीरिक ही नहीं मानसिक भी होता है। किशोरियों को जागरूक करते हुए उन्होंने कहा कि महिला हिंसा रोकने हेतु सरकार ने कानून तों बहुत बनाए हैं, लेकिन यह किताबों में ही न रह जाए। इसके लिए महिलाओं को किसी भी तरह की हिंसा का डटकर मुकाबला करने हेतु अपनी आवाज बुलंद करना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन त्रिभुवन एवं धन्यवाद ज्ञापन संस्था प्रमुख बिंदु सिंह ने किया। विशिष्ट अतिथि समाजसेवी जयप्रकाश सिंह उर्फ शेरू यादव ने कहा कि महिला, किशोरियों के साथ घर में ही नहीं हर क्षेत्र में उत्पीड़न होता है। हमें अपने पिता के नाम से जाना जाता है, हमारी माता को कोई नहीं जानता है।
सीडीपीओ सरोज रानी ने कहा कि महिलाएं अपने हक व अधिकार को लेकर जागरूक हों। बेटियों को शिक्षित करने पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षा एक ऐसी कड़ी, जिसके माध्यम से महिलाएं न सिर्फ स्वयं को सशक्त बना सकती है। वरन अपने अधिकारों के बारे में जागरूक हो सकती हैं।
स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी उमेश प्रसाद ने हिंसा न सहूंगी न होने दूंगी का संकल्प दिलाते हुए कहा कि हिंसा रोकने से पहले खुद को मानसिक रूप से मजबूत रहना होगा। संस्थान की निदेशक बिंदु सिंह ने महिला हेल्प लाइन 1090, 112, 102, 1076 के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस मौके पर अजय प्रताप, लक्ष्मीकांत विश्वकर्मा, रामबिलास, त्रिभुवन के अलावा समूह लीडरों में अनुराधा रागिनी रूबी खुशी स्नेहा कंचन सहित कुल 170 किशोरियां मौजूद थी।
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