चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में बारिश थमने के बाद भी क्षेत्र में कच्चे मकानों के गिरने का सिलसिला जारी है। इसके चलते पीड़ितों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। तीन दिन तक लगातार हुई मुसलाधार बारिश के कारण क्षेत्र के टिकुरिया, धनकुंवारी कला, बरबसपुर, मरवटिया, मगरही सेमरा व अन्य गांवों में 2 दर्जन से अधिक घर गिर चुके हैं।
आपको बता दें कि वन क्षेत्रों में गरीब परिवार के अधिकांश लोगो का गुजर बसर झोपड़ी के घर में ही होता है। घर गिरने से लोग बेघर हो गए हैं। मिट्टी के घर इस तरह गिरे हैं कि वहां सर छुपाना भी मुश्किल हो गया है। घर में जो थोड़ा मोड़ा खाद्यान्न था, वह भी पानी में बर्बाद हो गया है।
चकरघटृटा थाना क्षेत्र के बरबसपुर में फूल मोहम्मद, मोहम्मद्दीन, रमेश सोनी, बरसात अली का घर गिर गया है। नौगढ़ थाना क्षेत्र के बाघी में बिंदेश्वरी, लौवारी खुर्द में आशा देवी, सेमरा में कैलाश यादव, बोदलपुर में हसन अली तथा बोदलपुर गांव में चंचल प्रजापति का मकान गिरा है। इसी गांव में मंगलवार की देर रात अचानक विधवा मालती का मकान भरभराकर जमींदोज हो गया। गनीमत रहा कि उसमें रह रहे बच्चे बाल-बाल बच गए। चकरघट्टा थाना क्षेत्र के ज़रहर गांव में सूरज, मगरही में महावीर यादव, देवरा के कृष्णानंद यादव, केसार में नंदलाल प्रजापति, चिकनी में महेद्र का मकान गिर गया है।
पीड़ितों का कहना है कि उसकी आर्थिक स्थिति भी ऐसी नहीं है कि वह पक्का मकान बनवा सके। इसके चलते वह अपने परिवार के साथ कच्चे मकान में रहते थे। प्रभावित परिवार के लोगों का कहना है कि अनेकों बार ग्राम प्रधान और अधिकारियों तक सहायता की गुहार लगाई चुकी है, लेकिन मुख्यमंत्री आवास का निर्माण नहीं कराया गया। अब परिवार खुले आसमान के नीचे रहने को विवश हो गया है।
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