बच्चे पहुंचे तो लटका मिला ताला, बीएसए ने दो हेड मास्टर, 4 शिक्षामित्र और कई अध्यापकों का रोक दिया वेतन
स्कूल से गायब रहने वाले अध्यापकों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई
दो अध्यापकों का वेतन रोकते के साथ ही तीन दिन में स्पष्टीकरण
चंदौली जिले के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सत्येंद्र सिंह ने स्कूल से गायब रहने वाले अध्यापकों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई किया है। नौगढ़ के प्राथमिक विद्यालय परसिया के प्रधानाध्यापक संदीप कुमार, सहायक अध्यापक दिपक के अलावा शिक्षामित्रों में शंभू नाथ, श्यामलाल, कुबेर नाथ तथा महिला शिक्षामित्र इंदु देवी का वेतन रोका है। बीएसए ने प्राइमरी स्कूल से सटे माध्यमिक विद्यालय के हेड मास्टर अखिलेश कुमार और वहां नियुक्त राजकुमार और सुभाष शेखर नाम के दो अध्यापकों का वेतन रोकते के साथ ही तीन दिन में स्पष्टीकरण देने को कहा है।
चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में प्राइमरी और मिडिल स्कूल परसिया में रविवार की छुट्टी मनाने के बाद सोमवार को बच्चे पहुंचे, लेकिन दरवाजे पर ताला लटका मिला। दो घंटे इंतजार करने के बाद जहां कुछ बच्चे घर लौट गए। और जो बच्चे रुक गए वह इंतजार करते नजर आए, उनका कहना था कि गुरुजी लोग अक्सर लेट आते हैं, लेकिन हम इंतजार कर लेते हैं। वहीं, गांव के लोगों का कहना है कि स्कूल के हेडमास्टर, सहायक बच्चों की छुट्टी भी अपनी सहूलियत के हिसाब से पहले कर देते हैं।
आपको बता दें कि सोमवार को परसिया गांव के प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय पर छात्र- छात्राओं की कतार लगी थी। कई बच्चों के परिजन उन्हें स्कूल छोड़ने आए, लेकिन उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ा। सुबह करीब 10 बजे तक स्कूल का ताला नहीं खुला। जानकारी होने पर ग्राम प्रधान बिहारी लाल और भाजपा नेता बृजेश राय स्कूल पहुंचे थे। स्कूली बच्चों और उन्हें छोड़ने आए परिजनों ने चंदौली समाचार को बताया कि प्राइमरी स्कूल में एक प्रधानाध्यापक और दो सहायक अध्यापक के अलावा 4 शिक्षामित्र तैनात हैं। माध्यमिक विद्यालय में हेड मास्टर समेत तीन अध्यापक नियुक्त हैं। लेकिन किसी भी अध्यापक के आने और जाने का समय निर्धारित नहीं है।
ग्राम प्रधान बिहारीलाल का आरोप है कि बच्चे अध्यापकों का इंतजार करते रहते हैं, लेकिन मास्टर अक्सर दो घंटे लेट आते हैं। अध्यापकों की मनमानी यह है कि निर्धारित समय से पहले ही स्कूल बंद कर अध्यापक घर चले जाते हैं।
ग्राम प्रधान लाल बिहारी कॉल ने बताया
प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय में अध्यापक और शिक्षामित्र अक्सर अनुपस्थित रहते हैं और देरी से आना तो इनका रोजाना का काम हैं। इनकी शिकायत पूर्व में बीएसए से की जा चुकी है। औचक निरीक्षण में अनुपस्थित पाए जाने पर भी शिक्षा अधिकारियों ने कार्रवाई नहीं की। सरकार का बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ के नारे को यह झूठा साबित कर रही हैं।
एबीएस से अवधेश नारायण सिंह ने कहा
एसडीएम नौगढ़ के द्वारा स्कूल बंद होने की शिकायत मिली है, स्कूल बंद होने का मामला गंभीर है। हेड मास्टर समेत अध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सत्येंद्र सिंह बोले
जिलाधिकारी के व्हाट्सएप पर प्रेषित फोटोग्राफ्स और शिकायत के आधार पर दोनों विद्यालयों के हेड मास्टर, सहायक अध्यापक और शिक्षा मित्रों का एक दिन का वेतन रोकने के साथ -साथ सभी अध्यापकों को तीन दिनों के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा गया है।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*