चंदौली जिले में अधिकारी व कर्मचारी किस तरह रिश्वतखोरी कर रहे हैं। इसका नजारा नौगढ़ में देखने को मिल रहा है। सीएचसी में बच्चा पैदा कराने के एवज में नर्स ने रुपये की मांग किया। महिला के ससुर को मंगल सूत्र गिरवी रखकर पैसा जुटाना पड़ा। पैसा नहीं देने पर नर्स ने बंधक बनाकर अस्पताल से डिस्चार्ज करने से मना कर दिया। हालांकि, मामला सीएचसी अधीक्षक के यहां पहुंचा और किसी तरह जच्चा-बच्चा को डिस्चार्ज किया गया।
आपको बता दें कि काफी पहले नौगढ़ सीएचसी भ्रष्टाचार व स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही के लिए बदनाम था। सुधार के लिए अधीक्षक को काफी मशक्कत करना पड़ा। बताया जाता है कि शुक्रवार की रात नौगढ़ ब्लॉक के नवर्दापुर निवासी नंदू अपनी बहू रीमा की डिलिवरी कराने नौगढ़ आया था। मौजूद नर्स सुशीला ने बच्चा पैदा कराने के एवज में पैसे की मांग किया तो नंदू ने कर्ज लेकर कुछ पैसों का जुगाड़ किया।
शनिवार को दोपहर में मुंह मांगी डिमांड पूरी न करने पर नर्स ने उसकी बहू को डिस्चार्ज करने से मना कर दिया। फिर नंदू भाग दौड़ के बाद थक- हारकर रोते बिलखते किसी के जरिए अस्पताल के अधीक्षक से मोबाइल पर सारी बात बताई। अधीक्षक के निर्देश पर अस्पताल से प्रसूता को डिस्चार्ज तो कर दिया गया, लेकिन रुपये नहीं लौटाए गए। इसके बाद नंदू ने अधीक्षक को स्टॉफ नर्स के खिलाफ लिखित शिकायत दिया है।
इस सबंध मे नौगढ़ सीएचसी अधीक्षक डॉ. अवधेश पटेल ने बताया कि नर्स के खिलाफ बच्चा पैदा करने के एवज में पैसा नहीं देने पर डिस्चार्ज नहीं करने की शिकायत मिली है। इस मामले की जांच कर उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
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