जानिए नौगढ़ में सामुदायिक शौचालयों की सफाई के नाम पर कैसे हो रहा है खेला, गटक गए लाखों
चंदौली जिले के ब्लॉक नौगढ़ में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। बावजूद इसके जिम्मेदारों ने खेला कर दिया, सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कार्य तो अभी चल रहा है लेकिन उनकी सफाई व देखरेख के नाम पर लाखों रुपए स्वयं सहायता समूह को खाते में ट्रांसफर करने के बाद बंदरबांट किए जाने का मामला प्रकाश में आया है।
आपको बता दें कि 43 ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय निर्माण के लिए धन अवमुक्त हुआ था। एक साल बाद भी सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया। मजेदार बात तो यह है कि खेला खेलने में माहिर पंचायतों के मालिकों ने अधूरे शौचालयों को ही समूह की महिलाओं को हैंडओवर कर दिया है। इतना ही नहीं समूहों को देखरेख के लिए 27 हजार की दर से प्रधान और पंचायत सचिवों ने डोंगल लगाकर खाते में ट्रांसफर भी कर दिया।अधूरे शौचालय उपयोग में नहीं आने से शासन की मंशा पर सवाल खड़ा हो रहा है।
चंदौली समाचार को गांव के लोगों ने बताया कि सामुदायिक शौचालयों में विद्युत कनेक्शन, मोटर, टायल्स, टोटी, रंगाई- पोताई, पानी टंकी लगवाया हीं नहीं गया है। अधूरे सामुदायिक शौचालयों को स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को कैसे हैंडओवरकर दिया गया। ऐसा करके शासन की मंशा पर पानी फेेरा जा रहा है। जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। यदि हैंडओवर हुए सामुदायिक शौचालयों की वर्तमान स्थिति की जांच कराई जाए तो सच्चाई सामने आ जाएगी।
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क्या बोले एडीओ पंचायत प्रेमचंद
ग्राम पंचायतों को हर महीने प्रति सफाई कर्मचारी ₹6000 और सफाई व्यवस्था के लिए ₹3000 समूह को दीया जाना है। फर्जी भुगतान का मामला संज्ञान में नहीं है, जहां सामुदायिक शौचालय नहीं तैयार हैं, वहां जल्द ही तैयार कराकर समूह को हैंडओवर करा दिया जाएगा। यदि अगर पैसा खाते में भेजा गया है तो जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
अब सुनिए खंड विकास अधिकारी सुदामा यादव क्या कहते हैं
अधूरे सामुदायिक शौचालय समूहों को कत्तई हस्तांतरित नहीं होने चाहिए। यदि ऐसा हुआ है तो इसकी जांच कराई जाएगी। इसमें जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
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