सोशल मीडिया पर लड़ी जा रही पंचायत चुनाव की लड़ाई
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चंदौली जिले में पंचायत चुनाव के मैदान में ताल ठोक रहे प्रत्याशी और समर्थक अब आखिरी लड़ाई इंटरनेट मीडिया पर लड़ रहे हैं। वाट्सएप और फेसबुक पर पंचायत चुनाव छाया हुआ है। प्रत्याशी और समर्थक विकास के खूब वादे कर रहे। वहीं प्रतिद्वंदियों पर कीचड़ उछालने और नीचा दिखाने से भी परहेज नहीं कर रहे। इसके लिए तकनीकी बड़ा हथियार बन गई है।
हालांकि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों पर प्रशासन की नजर है। पुलिस का साइबर सेल आनलाइन गतिविधियों की निगरानी कर रहा है। जिले में 26 अप्रैल को वोट पड़ेंगे। ऐसे में भौतिक रूप से प्रचार-प्रसार तो शनिवार की शाम को ही बंद हो गया। ऐसे में प्रत्याशियों और उनके समर्थकों ने तकनीकी को हथियार बना लिया है।
वाट्सएप और फेसबुक के जरिए प्रचार-प्रसार में जुटे हैं। इस पर प्रत्याशियों के फोटो, बैनर, पोस्टर आदि डालकर मतदाताओं से वोट मांग रहे हैं। गांवों और सेक्टर के विकास के तमाम वादे किए जा रहे हैं। मतदाताओं को भरोसा दिलाया जा रहा कि उनका चुनाव करें, गांव एक साल में स्वर्ग बन जाएगा। वहीं सरकारी योजनाएं चलकर गरीबों के द्वार तक पहुंचेंगी। इसमें प्रतिद्वंदियों पर कीचड़ उछालने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं। उन्हें नीचा दिखाकर खुद को श्रेष्ठ साबित करने में लगे हुए हैं।
प्रत्याशी और समर्थकों ने प्रचार-प्रसार के लिए नया वाट्सएप ग्रुप भी बना लिया है। इसमें अपने खासमखास लोगों के नंबर जोड़े गए हैं। इसके जरिए कोरोना काल में घर बैठे प्रचार-प्रसार अभियान की निगरानी भी कर रहे। हालांकि प्रत्याशियों की गतिविधियों पर प्रशासन की नजर है। आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
इस सम्बन्ध में सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी कैलाश यादव ने बताया कि प्रशासन आदर्श आचार संहिता का पालन कराने के लिए प्रतिबद्ध है। जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट को आयोग के मानकों की अनदेखी करने वाले प्रत्याशियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
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