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शौचालय की जांच का वीडियो बनता देख भड़के DPRO,बिना जांच के लौट गए वापस

tds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_showtds_top_like_show चंदौली के जिलाधिकारी संजीव कुमार के निर्देश पर डीपीआरओ ब्रह्मचारी दूबे मंगलवार को शहाबगंज विकासखंड के बसाढ़ी गांव में शौचालय निर्माण का स्थलीय सत्यापन करने पहुंचे। गांव में जैसे ही डीपीआरओ शौचालय जांच कर लाभार्थियों से पूछताछ कर रहे थे कि एक सोशल मीडिया कर्मी द्वारा जांच का वीडियो बनाते देख वह भड़क गए और
 
शौचालय की जांच का वीडियो बनता देख भड़के DPRO,बिना जांच के लौट गए वापस

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चंदौली के जिलाधिकारी संजीव कुमार के निर्देश पर डीपीआरओ ब्रह्मचारी दूबे मंगलवार को शहाबगंज विकासखंड के बसाढ़ी गांव में शौचालय निर्माण का स्थलीय सत्यापन करने पहुंचे। गांव में जैसे ही डीपीआरओ शौचालय जांच कर लाभार्थियों से पूछताछ कर रहे थे कि एक सोशल मीडिया कर्मी द्वारा जांच का वीडियो बनाते देख वह भड़क गए और बिना जांच कार्य पूरा किए ही बैरंग वापस लौट गए।

आरोप है कि बसाढ़ी गांव में वर्ष 2018 में 284 शौचालय निर्माण के लिए आए धन में 100 से अधिक लाभार्थियों के धन को ग्राम प्रधान नुरुल होदा द्वारा बिना निर्माण कराए ही धन हड़प लिया गया। जिस पर लाभार्थी संतोष कुमार प्रजापति, मुन्ना सिंह रामकृत, बेलाल अंसारी, इसरार, शाहे आलम, फूला, रेखा, शंभूनाथ, होरीलाल, रियाजुद्दीन सहित 21 लोगों ने हलफनामा सहित बीते 21 सितंबर 2020 को खंड विकास अधिकारी धर्मजीत सिंह को प्रार्थना पत्र दिया था।

इसी प्रकार तहसील दिवस, सीएम पोर्टल पर 28 अक्टूबर को शिकायत दर्ज कराया गया था। बावजूद जांच कार्य होने पर बसाढ़ी गांव के सामाजिक कार्यकर्ता जिबराईल अंसारी ने जिलाधिकारी संजीव कुमार को गांव में दर्जनों लाभार्थियों के शौचालय बिना निर्माण कराए ही धन हड़प लिए जाने का आरोप लगाते हुए प्रार्थना पत्र सौंपा था।

जिलाधिकारी के निर्देश पर डीपीआरओ ब्रह्मचारी दूबे शौचालय निर्माण का स्थलीय सत्यापन करने आए जैसे ही वह शौचालय का जांच करना शुरू किया कि एक मीडिया कर्मी की मोबाइल द्वारा वीडियो बनाता देख वह भड़क गए और बिना जांच कार्य पूरा किए ही वापस लौट गए।

उन्होंने बताया कि जांच के दौरान इस तरह वीडियो कोई बनाए तो वह जांच कर पूरा नहीं कर पाएंगे। उन्होंने मामले को जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करने की बात कही।

वही सामाजिक कार्यकर्ता वकील शेख मंसूरी का आरोप है कि शौचालय के जांच के दौरान व्यापक पैमाने पर घोटाला देख निवर्तमान ग्राम प्रधान को फसता देख उन्हें बचाने के चक्कर में डीपीआरओ जान छुड़ाकर भाग निकले।

इस दौरान निवर्तमान ग्राम प्रधान नुरुल होदा, क्षेत्र पंचायत सदस्य रामकृत, वकील शेख मंसूरी, बेलाल अंसारी, मुन्ना, मुर्तुजा अंसारी, जफरुल, दुलारे राम आदि ग्रामीण उपस्थित रहे।

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