बाबूलाल समेत कई सपा नेता कर रहे किसान बिल के विरोध में कार्यक्रम व चौपाल
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देश भर में कई दल व नेता केंद्र सरकार की ओर से जारी नए कृषि बिलों का विरोध कर रहे हैं। वहीं उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी लगातार विरोध प्रदर्शन व कार्यक्रम करके अपनी नाराजगी जता रहे हैं। इसको लेकर पार्टी के कार्यकर्ता गांवों में घूम-घूमकर किसानों को सचेत कर रहे हैं। साथ ही किसान चौपाल का आयोजन कर रहे हैं।
बताते चले कि पूर्व ब्लॉक प्रमुख व सपा नेता बाबूलाल यादव ने भी मुगलसराय विधानसभा के कई गांवों का भ्रमण कर किसानों को जागरूक किया। वहीं पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष बलराम सिंह यादव ने अरंगी गांव में किसान चौपाल लगाकर किसानों की समस्याएं सुनीं।
पूर्व प्रमुख ने गोधना, पुरैनी आदि गांवों में किसानों को सरकार द्वारा संसद में पारित कृषि कानूनों के प्रति सचेत किया। कहा कि भाजपा सरकार में किसान, नौजवान, व्यवसाई, छात्र सभी परेशान हैं। महंगाई चरम पर है। सरकार केवल पूंजीपतियों के हाथों कल कारखानों को बेचने में जुटी है। इस मौके पर जलालुद्दीन, प्रेमनाथ तिवारी, राजू पांडेय, कमलेश यादव, छोटेलाल चौहान, गुड्डू पाठक, गुन्नर शर्मा, ओमकार उपाध्याय, त्रिलोकी चौहान आदि मौजूद रहे।
कंदवा में समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष बलराम सिंह यादव ने किसानों की समस्याओं को सुना और उनके निराकरण का भरोसा दिया। वहीं अरंगी में आयोजित किसान चौपाल में कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाया गया कृषि बिल किसानों के लिए काले कानून के समान है। इससे किसानों की आमदनी बढ़ने की बजाय और कम हो जाएगी। केंद्र सरकार तत्काल इस कानून को वापस करे नहीं तो समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होगी। इसके लिए शासन प्रशासन जिम्मेदार होगा।
सकलडीहा में सपा विधायक सकलडीहा प्रभुनारायण सिंह यादव ने विभिन्न गांवों में किसान पदयात्रा निकाली। इस दौरान उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार को किसान विरोधी बताया। सपा विधायक ने गोहदा से पदयात्रा निकाली जो धरहरा, सलेमपुर, दअओनदासपुर होते हुए रानेपुर पहुंचकर समाप्त हुई। इस दौरान विधायक ने कहा कि भाजपा सरकार एक बार देश को फिर से गुलाम बनाने की साजिश रच रही है। इस मंसूबे को सपा कभी सफल नहीं होने देगी। किसान बिल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे 22 किसान शहीद हो गए लेकिन गूंगी बहरी सरकार के आंखों पर लगी पट्टी नहीं खुली है। पूंजीपतियों के हाथों पूरी तरह बिकी सरकार किसान विरोधी नियम व कानून बना रही है।
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