विभाग ने माना कर्मचारियों की मिलीभगत से होती है बिजली चोरी, अब होगा JE-SDO पर एक्शन
बिजली चोरी रोकने के लिए बनाई गई नई रणनीति
वितरण बॉक्स की होगी लगातार निगरानी
बिजली चोरी के लिए SDO और JE होंगे जिम्मेदार
इनके खिलाफ भी अब होगी कार्रवाई
उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन ने बिजली चोरी रोकने की नई रणनीति बनाई है। इसके तहत चंदौली जिले सहित औद्योगिक क्षेत्र के वितरण बॉक्स की निगरानी की जाएगी। जिस इलाके में वितरण बॉक्स से लगातार बिजली चोरी के मामले सामने आएंगे, वहां के उपखंड अधिकारी (एसडीओ) और जूनियर इंजीनियर (जेई) व अन्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दें कि प्रदेश में हर साल करीब पांच हजार करोड़ की बिजली चोरी होती है। इसे रोकने के लिए विभागीय अधिकारियों के साथ ही विजिलेंस की टीम भी है। फिर भी मामले कम नहीं हो रहे हैं। पिछले दिनों कराए गए सर्वे में यह बात भी सामने आई कि बिजली चोरी के मामले में किसी न किसी रूप में विभागीय मिली भगत भी होती है। इसीलिए इस पर लगाम नहीं लग पा रहा है।
आपको बता दें कि पिछले दिनों ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने खुद विभागीय अधिकारियों की बैठक में यह बात कही और कार्य प्रणाली सुधारने का निर्देश दिया। इस निर्देश के बाद विभाग ने राजस्व रणनीति तैयार की। इसके तहत अब चोरी वाले इलाके में वितरण बाक्स की निगरानी की जाएगी। यदि बॉक्स खुले हुए हैं तो उस बॉक्स से केवल वैध कनेक्शन जोड़ कर सिंचल चाबी वाले ताले लगाए जाएंगे।
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