बच्चे की मौत के बाद अस्पताल में हंगामा, पुलिस के पहुंचने पर ऐसे सलट गया पूरा मामला
चंदौली जिले की मुगलसराय कोतवाली के कैलाशपुरी मोहल्ले के एक निजी अस्पताल में बुधवार की सुबह इलाज के दौरान नवजात शिशु की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में तोड़फोड़ कर दी। हालांकि घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्ष को कोतवाली लेकर घंटों पंचायत के बाद सुलह-समझौता कराकर मामले को निपटा दिया।
मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के परशुरामपुर निवासी जयप्रकाश ने अपने डेढ़ माह के नवजात शिशु को निमोनिया की वजह से तबीयत बिगड़ने पर तीन दिन पहले मायाबिंद नाम के निजी अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज करवा रहे थे।
पीड़ित पक्ष का आरोप था कि बच्चे को आईसीयू वार्ड में रखने के बाद परिजनों को रात में ठहरने की अनुमति तक नहीं दी गई। साथ ही रूकने के एवज में पांच सौ रुपये अतिरिक्त मांग की गई। इसके बाद जब तीसरे दिन बुधवार की सुबह बच्चे की तबीयत बिगड़ने लगी। डॉक्टर को बुलाने पर भी घंटों तक कोई झांकने तक नहीं आया। इसके कारण डॉक्टरों की लापरवाही से बच्चे की मौत हो गई।
वहीं पूरे मामले पर डॉ. राजेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि बच्चे के दिल में छेद था। इसकी परिजनों को पहले से ही जानकारी थी। इलाज में अस्पताल ने किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती है और बच्चे की हालत को समय समय पर परिजनों को बताया जाता रहा है।
वहीं मामले में कोतवाल राजीव रंजन उपाध्याय ने बताया कि पीड़ित पक्ष की ओर से तहरीर नहीं दी गयी और दोनों पक्षों में आपसी बातचीत के बाद सुलह-समझौता हो गया है, जिससे मामला निपट गया है।
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