ओमप्रकाश राजभर के आने से असहज होंगे अनिल राजभर, पार्टी को होगा कितना फायदा
भारतीय जनता पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी में गठबंधन
2024 के लोकसभा चुनाव में साथ देने का वायदा
दोनों एक दूसरे को जीत दिलाने के लिए मिला लिया सुर
उत्तर प्रदेश के राजनीति में भारतीय जनता पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के गठबंधन का असर कितना दिखेगा, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन पूर्वांचल के राजनीति में 2017 में विधानसभा चुनाव के दौरान जब यह दोनों दल एक साथ थे तो इसका काफी सकारात्मक प्रभाव भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ ओमप्रकाश राजभर पर पड़ा था और ओमप्रकाश राजभर की पार्टी पहली बार चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंची थी। लेकिन दोनों दलों के बीच राजनीतिक मतभेदों के चलते ओमप्रकाश राजभर ने न सिर्फ योगी सरकार को काफी परेशान किया बल्कि उनके खिलाफ जमकर बयानबाजी की। उनके पार्टी में आने से अनिल राजभर असहज हो जाएंगे।
इतना ही नहीं ओमप्रकाश राजभर की पार्टी ने 2019 का लोकसभा चुनाव भाजपा से अलग होकर लड़ी तो उसको उसकी जमीनी हकीकत पता चल गयी। वहीं 2022 के विधानसभा चुनाव के दौरान वह समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ी थी तो इस दौरान एक ओर जहां अपनी विधानसभा की सीटों में इजाफा हो गया तो वहीं कई सीटों पर भारतीय जनता पार्टी और उनके सहयोगी दलों को झटका भी दिया।
कुछ इसी डर से भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर अपना मायाजाल फैला कर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओमप्रकाश राजभर को अपने पाली में ले लिया है, ताकि 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश से भाजपा को किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो। दोनों दलों के बीच हुए इस गठबंधन की जानकारी स्वयं गृह मंत्री अमित शाह ने अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट करके दी है।
https://twitter.com/oprajbhar/status/1680426404662644736
इस जानकारी के शेयर होने के बाद ओमप्रकाश राजभर ने अपना बयान जारी किया और बताया कि 14 जुलाई को गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद या फैसला लिया गया है कि दोनों दल 2024 के लोकसभा चुनाव में एक साथ उतरेंगे। इससे दोनों दलों को एक राजनीतिक मजबूती मिलेगी और उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के साथ एनडीए के सारे दल एक बड़ी ताकत के रूप में उभरेंगे।
https://twitter.com/AmitShah/status/1680424049846128640
आपको बता दें कि 14 जुलाई को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और गाजीपुर जिले की जहुराबाद सीट से विधायक ओमप्रकाश राजभर ने भारतीय जनता पार्टी के साथ चुनाव लड़ने का मन बनाते हुए गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। उसके बाद उन्होंने कहा कि इस मुलाकात के दौरान प्रदेश में गरीबों, वंचितों, शोषितों के उत्थान के लिए बहुत सारी बातों पर चर्चा हुई और यह माना गया कि गांव स्तर, थाना स्तर, तहसील स्तर और ब्लॉक स्तर की समस्याओं को निपटने के लिए गरीबों को एक छतरी की आवश्यकता है। वह छतरी भारतीय जनता पार्टी के सहयोग से मिलेगी। इसी को लेकर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी का साथ देना स्वीकार कर लिया है।
इस गठबंधन के बाद राज्य में क्या-क्या बदलाव होंगे यह देखने वाली बात होगी। वहीं अब पार्टी के नेता अनिल राजभर की भूमिका थोड़ी कम होगी, क्योंकि वह सरकार में राजभर समाज के एकमात्र नेता के रूप में अपनी हनक दिखा रहे थे, और ओम प्रकाश राजभर के खिलाफ जमकर जबानी गोले दाग रहे थे। अब उनको भी ओम प्रकाश राजभर में अच्छाई देखनी होगी और पूर्वांचल के कई मंचों को भी साझा करना पड़ेगा।
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