चुनावी सीजन में तेजी से बढ़ रहे दाल के दाम, 5 दिनों में 40 रुपये बढ़ गए दाल के दाम
गरीबों के लिए बुरी खबर, तेजी से बढ़ने लगे हैं दाल के दाम
पहले थी 130-140 रुपये की कीमत
अब 160 रुपये प्रति किलो बिक रही अरहर की दाल
एक बार फिर बिगड़ेगा गरीबों का बजट
आपको बता दें कि थोक बाजार में अरहर दाल की 30 किलों की बोरी 4710 से 4750 रुपये तक पहुंच गई। पांच दिन पहले यह 4200 रुपये में बिक रही थी। फुटकर दुकानों में दाल 160 से 170 रुपये किलो बिक रही है। कुछ दिन पहले 130 से 140 रुपये में मिल रही थी। बाजारों के जानकारों का कहना है कि इस वर्ष अरहर की फसल पर मौसम की मार पड़ी है, जिसकी वजह से फसल काफी कमजोर हुई और मांग की तुलना में आवक घटी है। लोगों ने जमाखोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
एक महिला ने बताया कि अरहर की दाल की लगातार बढ़ रही कीमत की वजह से रसोई का सारा बजट बिगड़ गया। दोपहर के खाने में पकने वाली दाल रसोई से दूर हो गई है। अन्य दालों का प्रयोग करके देखा, लेकिन जो स्वाद अरहर की दाल में है वह अन्य दालों में नहीं।
वहीं रविनगर निवासिनी ने कहा कि अरहर दाल प्रोटीन के मामले में सबसे अच्छी दाल है। दस दिनों से दाल की बढ़ रही कीमत ने सोच में डाल दिया है। रसोई के बजट को बढ़ाना पड़ रहा है। बिना दाल के खाने में संतुष्टि नहीं मिलती है। अब हम लोगों को कटौती करनी पड़ेगी।
गांव के एक किसान ने कहा कि ऐसा लगता है कि दाल गरीब की थाली से दूर हो जाएगी, उनको फिर से नमक व टमाटर की चटनी से रोटी चावल खाने की आदत डालनी होगी। सरसो का तेल के बाद अब दाल भी हम जैसे गरीब लोगों के लिए काजू-किसमिस की तरह हो जाएगी।
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