14 लाख खर्च करके बना शवदाह गृह, आज भी बना हुआ है शोपीस
टांडाकला के सोनबरसा गांव में बना है शवदाह गृह
झाड़ झंखाड़ से घिरा चुका है शवदाह गृह
ऐसा लगता है कि सरकार के चौदह लाख हो गए बेकार
चंदौली जिले के टांडाकला के सोनबरसा गांव में चौदह लाख की लागत से बना शवदाह गृह मात्र शो पीस बनकर रह गया है। बाढ़ के दिनों में शवदाह गृह खुद ही बाढ़ के पानी से घिर जाता है, जिसके कारण लोग इसका लाभ नहीं उठा पाते हैं।
आपको बता दें कि सोनबरसा गांव में चौदह लाख की लागत से बने शवदाह गृह को ऐसी जगह बना दिया गया, जहां इसकी उपयोगिता ही नहीं है। इसीलिए इसका उपयोग नहीं किया जाता है। बजट खपाने के लिए ऐसी हरकत अक्सर की जाती है, जिससे सरकार का पैसा तो खर्च हो जाता है लेकिन उसका उपयोग नहीं होता है।
आपको याद होगा कि प्रदेश सरकार द्वारा गंगा किनारे बसे गांवों में शवदाह गृह बनवाने का ऐलान किया गया था। ताकि बाढ़ के दौरान लोगों को शव जलाने के लिए परेशानियों का सामना न करना पड़े। इसी दौरान सोनबरसा गांव में शवदाह गृह पूर्व प्रधान कविलाल सोनकर द्वारा 14 लाख रुपये की लागत से बनाया गया है। लेकिन आजकल यह बेकार पड़ा हुआ है। लोगों को समझ में नहीं आ रहा है कि इसका क्या होगा।
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