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सकलडीहा पीजी कॉलेज में फाइलेरिया उन्मूलन जागरूकता कार्यक्रम

फाइलेरिया इंस्पेक्टर डॉ गुलशन आरा ने बताया कि  उच्च शैक्षणिक संस्थानों में इस जन जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से भारत को वैश्विक लक्ष्य से 3 वर्ष पूर्व ही 2027 तक भारत को फाइलेरिया मुक्त बनाना है।
 

पंडित रामकमल पांडेय सभागार में आयोजन

गांव गांव में चल रहा है फाइलेरिया उन्मूलन जागरूकता अभियान

सबके साथ की गयी बचाव तथा इलाज की चर्चा

चंदौली जनपद के सकलडीहा पीजी कॉलेज के पंडित रामकमल पांडेय सभागार में फाइलेरिया उन्मूलन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें इसके बचाव एवं रोकथाम के लिए, जिला चिकित्सालय की ओर से गांव गांव में फाइलेरिया उन्मूलन जागरूकता अभियान तहत एक कार्यशाला का  आयोजन महाविद्यालय किया गया ।

इस दौरान फाइलेरिया चिकित्सक सहित इंस्पेक्टर गुलशन आरा, दीप्ति शर्मा, सौम्या पांडे की टीम एवं राष्ट्रीय सेवा योजना तथा भारत स्काउट गाइड के संयुक्त तत्वाधान में जागरूकता कार्यक्रम की सफलता के लिए एक कार्यशाला का  आयोजन किया गया। जिसमें इससे बचाव तथा इलाज की चर्चा की गई।

Filariasis eradication awareness

 इस जागरूकता कार्यक्रम में प्राचार्य प्रोफेसर प्रदीप कुमार पांडेय , सहित कार्यक्रम अधिकारी डॉ जितेंद्र यादव, डॉक्टर श्याम लाल सिंह यादव, डॉक्टर अनिल तिवारी एवं स्वयंसेवक  छात्र छात्राओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।

 फाइलेरिया इंस्पेक्टर डॉ गुलशन आरा ने बताया कि  उच्च शैक्षणिक संस्थानों में इस जन जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से भारत को वैश्विक लक्ष्य से 3 वर्ष पूर्व ही 2027 तक भारत को फाइलेरिया मुक्त बनाना है। इस अभियान के तहत मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम चलाया जा रहा है इसके तहत हाथी पांव,फील पांव, बीमारी से बचाव हेतु डीईसी, बच्चों के पेट के कीड़े मारने की एल्बेंडाजोल और आइवरमोक्टिन दवा पिलाई जाएगी, इसके तहत स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर दवा पिलाएंगे, अगर किसी को दवा खाने के बाद उल्टी चक्कर खुजली या मितली जैसे लक्षण होते हैं तो इस बात का प्रतीक है कि उसे व्यक्ति के शरीर में फाइलेरिया के कृमि माइक्रोफाइलेरिया मौजूद है। दवा खाने के बाद माइक्रोफाइलेरिया के नष्ट होने से ऐसे लक्षण पैदा होते हैं।

यह दावा हाई ब्लड प्रेशर शुगर अर्थराइटिस या अन्य सामान्य रोगों से ग्रसित व्यक्ति को भी यह दवाएं अवश्य खानी चाहिए।

Filariasis eradication awareness

प्राचार्य ने बताया कि आप सभी प्राध्यापक एवं कर्मचारी तथा छात्र छात्रा  इस जागरूकता अभियान के तहत स्वयं सहित अपने गांव गांव इस कार्यक्रम की सफलता हेतु लोगों को जागरूक करें। तथा बरसात के दिनों में कीटनाशक का छिड़काव तथा गंदे जल को घर की छत तथा आसपास उसकी निस्तारण की भी व्यवस्था सुनिश्चित करें। जिससे संक्रामक रोगों की फैलने की संभावना कम होगी।

महाविद्यालय में पधारे जागरूकता टीम का स्वागत डॉ श्याम लाल सिंह यादव ने किया। इस अवसर पर डॉ अभय कुमार वर्मा, डॉक्टर अनिल तिवारी, डॉक्टर जितेंद्र यादव, डॉक्टर यज्ञ नाथ पांडे, शाहिद अधिकांश छात्र उपस्थित थे।

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