जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

शान्तनु जी महाराज की कथा, जीवन लम्बा हो न हो गहरा होना चाहिए

कमालपुर क्षेत्र के नूरी गांव मे एक दिवसीय शौर्य कथा कहते हुए शांतनु जी महाराज ने कहा कि जीवन लंबा न हो गहरा होना चाहिए। देश को बचाने के लिए खुदी राम बोस, भगत सिंह, सुखदेव व चंद्रशेखर आजाद ने अपनी जान गंवाकर युवाओं में जोश भरने का काम किया था।
 

नूरी गांव मे एक दिवसीय शौर्य कथा

आपरूपा देवी मेमोरियल ट्रस्ट व रामायणम परिवार की पहल

भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का गुणगान

 

चंदौली जिले के कमालपुर क्षेत्र के नूरी गांव मे एक दिवसीय शौर्य कथा कहते हुए शांतनु जी महाराज ने कहा कि जीवन लंबा न हो गहरा होना चाहिए। देश को बचाने के लिए खुदी राम बोस, भगत सिंह, सुखदेव व चंद्रशेखर आजाद ने अपनी जान गंवाकर युवाओं में जोश भरने का काम किया था। उनकी सोच ने भारत माता की बेड़ियों को तोड़वाने के लिए अहम योगदान रहा। 

प्रख्यात कथावाचक शान्तनु जी महाराज ने आपरूपा देवी मेमोरियल ट्रस्ट व रामायणम परिवार की ओर से आयोजित अनिरुद्ध टेक्निकल एजुकेशन रिसर्च इंस्टीट्यूट कुशहा के परिसर में सोमवार को आयोजित एक दिवसीय शौर्य कथा के दौरान कही।

प्रख्यात कथावाचक शान्तनु जी महाराज ने कहा कि भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने देश मे संस्कृति व एकता का संदेश दिया है।उन्होंने दुष्टों का नाशकर धरती को स्वर्ग बनाने के लिए तमाम कार्य किया।देश को बचाने के लिए माताओं ने भी अपनी महत्वपूर्ण योगदान किया है।वीर हकीकत राय ने मात्र 14 साल की उम्र में हिंदुत्व को जगाने का काम किया था। हिंदुओं को अपने धर्म के प्रति जागना जरूरी है।तभी राष्ट्र का नवनिर्माण किया जा सकता है। राधा तेरी चुनरी, गणेश की मम्मी पाव भर भांग पिया दा आदि गानों पर सड़क पर नाचने वाला कदापि हिन्दू नहीं हो सकता है। व्यक्ति का जीवन सफल न हो सार्थक होना चाहिए। 

shantanu ji maharaj katha

इस मौके पर आयोजक संजय कुमार सिंह, प्रताप नारायण सिंह, अरविंद सिंह,धीरेन्द्र  सिंह,पूर्व प्रमुख देवेंद्र प्रताप सिंह टीविंकल सिँह,पूर्व जिपंस सुशील सिंह जनौली, मनीष सिंह, विजय बहादुर सिंह, सुनील सिंह, महेंद्र सिंह,  बलवंत सिंह,मृत्युंजय  सिंह दीपु,  मुन्ना सिंह फकीर, ओमप्रकाश सिंह, विनय सिंह,परमानंद सिंह,आलोक राय आदि रहे।

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*